दीप्ति शर्मा के भाई सुमित शर्मा की ओर से दी गई तहरीर के मुताबिक, आरुषि गोयल दीप्ति की करीबी मित्र थीं। धीरे-धीरे विश्वास में लेकर उन्होंने अलग-अलग तिथियों पर कुल 25 लाख रुपये अपने और अपने माता-पिता के खातों में ट्रांसफर कराए। जब दीप्ति ने पैसे वापस मांगे तो टालमटोल शुरू हो गई और आरोपियों ने अभद्र व्यवहार भी किया।
आरोप है कि दीप्ति के कहरई मोड़ स्थित फ्लैट से 22 अप्रैल 2025 को आरुषि ने ताला तोड़कर चुपचाप प्रवेश किया और सोने-चांदी के गहने व करीब ढाई हजार डॉलर लेकर फरार हो गईं। बाद में फ्लैट में दूसरा ताला भी लगा दिया गया। इस घटना की पुष्टि सीसीटीवी फुटेज से भी की गई है, जो पीड़ित पक्ष के पास मौजूद है।
आरुषि गोयल ने इन आरोपों को निराधार बताते हुए कहा है कि वह अपना पक्ष कानूनी रूप से पेश करेंगी। वहीं, डीसीपी सिटी सोनम कुमार का कहना है कि मामले में तहरीर के आधार पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है और पुलिस को साक्ष्यों के अनुसार आगे की कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।