करणी सेना और पुलिसकर्मियों के बीच जमकर खींचातानी और धक्का मुक्की हो गई। इसमें कई पुलिस वालों को चोट लग गई। करणी सेना की टीम ने संसद के घर के बाहर रखी कुर्सियां तोड़ डाली और मेंन गेट को धकेलते हुए आगे बढ़ गए। यहां पर खड़ी 10 से अधिक गाड़ियों को भी इन्होंने तोड़ डाला। जिस समय यह सब हुआ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी आगरा में ही थे। इससे प्रशासन के हाथ-पांव और फूल गए।
हमले की खबर सुनकर सपाई भी पहुंचे तो हो गया आमना-सामना
सपा सांसद के घर पर हमले की सूचना मिलते ही सपाई भी उनके घर पहुंच गए। यहां करणी सेना के कार्यकर्ताओं और सपाइयों का आमना सामना हो गया। मामला इतना बढ़ गया कि पुलिस को लाठियां भांजनी पड़ी। इसके बाद भी मामला नहीं संभला तो तो कई थानों की फोर्स मौके पर बुलाई गई। पुलिस को बैरिकेडिंग करके करणी सेना के गुसाई लोगों को रोकना पड़ा। गुस्साए लोग जय श्री राम का नारा लगा रहे थे। इनका रास्ता रोकने की कोशिश की गई तो एक्सप्रेसवे से शहर के अंदर घुस गए। इसके बाद पुलिस ने उस सोसाइटी का गेट बंद करवा दिया जहां पर सांसद का आवास है लेकिन यह भी प्रयास विफल रहा।
‘सांसद के घर की हर ईंट पर लिख देंगे राजपूताना’
करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष योगेंद्र राणा ने कहा कि सांसद को बता देंगे कि उन्होंने किनसे पंगा लिया है। बोले कि, हम अपने माहपुरुषों का अपमान किसी भी रूप में बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं। सांसद के घर की हर ईंट पर राणा सांगा का नाम लिख देंगे। इस तरह गुस्साए लोगों और पुलिस के बीच घंटों तक हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा। प्रमोद
जानिए राज्यसभा में क्या बोले सपा सांसद
राज्यसभा में समाजवादी के सांसद ने कहा था कि बीजेपी वालों का तकिया कलाम हो गया है कि मुसलमानों में बाबर का डीएनए है। सवाल उठाते हए बोले कि, फिर हिंदुओं में किसका डीएनए है ? प्रश्न उठाया कि बाबर को कौन लाया ? खुद ही उत्तर देते हुए बोले कि इब्राहिम लोदी को हराने के लिए राणा सांगा ही बाबर को भारत में लाए थे। इस तरह उन्होंने कहा कि अगर मुसलमान बाबर की औलाद हैं तो तुम हिंदू गद्दार राणा सांगा की औलाद हुए ? फिर बोले कि हिंदुस्तान में यह भी तय हो जाना चाहिए कि बाबर की आलोचना करते हैं तो फिर राणा सांगा की क्यो नहीं। सांसद ने कहा कि, हिंदुस्तान का मुसलमान बाबर को अपना आदर्श नहीं मानता है वह मोहम्मद साहब और सूफी परंपरा को आदर्श मानता है। कौन थे राणा सांगा?
राणा सांगा जिन्हे महारणा ‘संग्राम सिंह’ के नाम से भी जाना जाता है राजस्थान के मेवाड के राजा थे। इन्होंने 1509 से 1528 तक राजस्थान के मेवाड़ में राज किया था। उदयपुर के सिसौदिया राजपूत राजवंश के राजा थे और राणा रायमल के सबसे छोटे बेटे थे। इन्होंने मेवाड़ साम्राज्य को बढ़ाया इतना ही नहीं इन्होंने राजपूताना के सभी राजाओं को संगठित किया, जो अलग-अलग पड़े थे। राणा सांगा ने विदेशी आक्रमणकारियों के विरुद्ध जंग लड़ने के लिए राजपूतों का एक समूह तैयार किया और इसके बाद इन्होंने दिल्ली गुजरात और मालवा मुगल बादशाहों के आक्रमण से अपने राज्य की रक्षा की।
शहर में तनाव बरकरार, प्रशासन सख्त
हिंसा के बाद प्रशासन ने सख्त रुख अपनाते हुए दंगाइयों की पहचान शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि जो भी हिंसा में शामिल है, उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। अब देखना यह है कि मुख्यमंत्री की मौजूदगी में प्रशासन कैसे स्थिति को नियंत्रित करता है और क्या यह हिंसा जल्द शांत होगी या और भड़केगी। प्रमोद कुमार