तैयार किए फर्जी दस्तावेज
पुलिस जांच में पता लगा कि आरोपियों ने मछली पकड़ने वाली पुरानी बोटों और बिना बिल के खरीदी गई बोटों के फर्जी दस्तावेज तैयार किए थे। वे झूठे हलफनामे बनाकर पुरानी बोटों के लिए अवैध रूप से नए कॉल लाइसेंस हासिल कर रहे थे।मुख्य आरोपियों में रहमत फिशिंग कंसल्टिंग का मालिक शफीन भट्टी और रामदूत जेरॉक्स का मालिक सुनील निमावत शामिल हैं। इनके सहित कुल 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। एसओजी की टीम ने जिला पुलिस अधीक्षक नितेश पांडे के मार्गदर्शन में इस घोटाले का पर्दाफाश किया।
टीम ने आरोपियों के कार्यालय से संदिग्ध कॉल लाइसेंस और फर्जी बिल जब्त किए हैं। इस घोटाले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने समुद्री क्षेत्र में गश्त और जांच अभियान तेज कर दिया है। इस घोटाले की कुल रकम करीब तीन करोड़ रुपए तक पहुंच गई है।