‘गरीब नवाज एक्सप्रेस’ का नाम बदलकर ‘पृथ्वीराज एक्सप्रेस’ करने की मांग, हिंदू सेना प्रमुख ने रेल मंत्री को लिखा पत्र
हिंदू सेना के प्रमुख ने कहा कि ‘गरीब नवाज एक्सप्रेस’ ट्रेन का नाम परिवर्तित कर ‘पृथ्वीराज एक्सप्रेस’ करना भारत के गौरवशाली इतिहास और महान चक्रवर्ती सम्राट पृथ्वीराज चौहान के सम्मान में एक उचित कदम होगा।
हिंदू सेना प्रमुख विष्णु गुप्ता ( फाइल फोटो- @VishnuGupta_HS)
अजमेर। अजमेर रेलवे स्टेशन से संचालित ‘गरीब नवाज एक्सप्रेस’ का नाम बदलने की मांग एक बार फिर जोर पकड़ रही है। हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने रेल मंत्री को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि ‘गरीब नवाज एक्सप्रेस’ के नाम से 2 ट्रेन चलती हैं, इनका नाम बदलकर ‘पृथ्वीराज एक्सप्रेस’ रखा जाए।
विष्णु गुप्ता ने पत्र में लिखा कि मौजूदा समय में संचालित ‘गरीब नवाज एक्सप्रेस’ नामक दो रेलगाड़ी (जो अजमेर से किशनगंज, बिहार और अजमेर से बेंगलुरु सिटी तक जाती है) का नाम बदलकर ‘पृथ्वीराज एक्सप्रेस’ किया जाना चाहिए।
विष्णु गुप्ता की तरफ से रेल मंत्री को लिखा गया पत्र-
भारत के लिए बताया गौरवशाली कदम
उन्होंने कहा कि गरीब नवाज एक्सप्रेस रेल का नाम परिवर्तित कर पृथ्वीराज एक्सप्रेस करना भारत के गौरवशाली इतिहास और महान चक्रवर्ती सम्राट पृथ्वीराज चौहान के सम्मान में एक उचित कदम होगा। उन्होंने कहा कि सम्राट पृथ्वीराज चौहान का अजमेर से गहरा संबंध रहा है उनका जन्म अजमेर (अजयमेरू) मैं ही हुआ था उनका किला आज भी वही मौजूद है। गुप्ता ने कहा कि इस महत्वपूर्ण रेलगाड़ी का नाम पृथ्वीराज के नाम से चलाना न केवल भारत के इतिहास को रेखांकित करेगा, बल्कि देश के राष्ट्रीय गौरव की भावना को भी सुदृढ़ करेगा।
गुप्ता ने चिश्ती को बताया जासूस
गुप्ता ने अपने पत्र में मोइनुद्दीन चिश्ती के इतिहास का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि उनके इतिहास के बारे में सभी देशवासियों को मालूम है। मोइनद्दीन चिश्ती ( गरीब नवाज) शाहबुद्दीन मोहम्मद गौरी के साथ अजमेर भारत आए थे। उन्होंने यहां आकर मोहम्मद गौरी के लिए सूफी संत बनकर जासूसी की और धोखे से पृथ्वीराज चौहान की हत्या करा दी और लाखों हिंदुओं का धर्म परिवर्तन कराया।
हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष का अरोप
हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि चिश्तिया को चाहने वाले लोगों ने शिव मंदिर तोड़कर ख्वाजा गरीब नवाज की कब्र बना दी। संस्कृत विद्यालय तोड़कर ढाई दिन का झोपड़ा नामक मस्जिद भी बना दी। अजमेर दरगाह ख्वाजा साहब बनाम संकट मोचन महादेव मंदिर का मामला जिला अदालत में चल रहा है।