थानाप्रभारी दिनेश चौधरी ने बताया कि आरपीएससी की द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती 2018 की प्रतीक्षा सूची में चयन का झांसा देकर 39.87 लाख रुपए की धोखाधड़ी के मामले में उत्तर प्रदेश एटा सकरोली गहला हाल सिविल लाइन्स मीरशाह अली कॉलोनी पीडब्ल्यूडी क्वाटर्स के पीछे रहने वाले भानुप्रताप सिंह ठाकुर(39) को गिरफ्तार किया। आरोपी वारदात अंजाम देकर फरार हो गया था।
साइबर सेल से मिलकर तकनीकी साक्ष्य जुटाने पर उसकी लोकेशन उत्तरप्रदेश आई। पुलिस टीम ने यूपी में एटा सकरोली के गहला गांव से आरोपी को दबोचा। पुलिस कार्रवाई में एएसआई रामबाबू शर्मा, सिपाही मुकेश कुमार, जगमालसिंह, राहुल कुमार, मुकेश, साइबर सेल से मुकेश कुमार व राजकुमार शामिल रहे।
वीआईपी कोटा से चयन का झांसा
भानुप्रताप 2018 से क्रिकेट का ऑनलाइन सट्टा खेलने का आदि है। उसने नरेन्द्रपाल कुडिया समेत अन्य लोगों को आरपीएससी की द्वितीय श्रेणी भर्ती परीक्षा-2018 की प्रतीक्षा सूची में ‘वीआईपी कोटा’ से सलेक्शन कराने के नाम पर 38 लाख 87 हजार रुपए की ठगी अंजाम दी थी। आरोपी ने ठगी की रकम ऑनलाइन जुआ-सट्टा और मौज-मस्ती पर उड़ा दी। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। जहां से पुलिस रिमांड पर सौंपा गया।
वारदातें खुलने की सभावना
पुलिस आरोपी भानुप्रताप सिंह के अन्य लोगों के साथ भी सरकारी नौकरी लगाने के नाम पर ठगी की वारदात अंजाम देने का अंदेशा है। पुलिस आरोपी से प्रकरण के संबंध में गहनता से पड़ताल में जुटी है। कि भानुप्रताप सिंह वर्तमान में अपने गांव में बच्चों को ट्यूशन पढ़ाकर जीवन गुजर-बसर कर रहा था। यह है मामला
गत 24 अक्टूबर को परिवादी नरेन्द्रपाल कुड़िया ने रिपोर्ट दी कि उसकी बहन सुनिता कुडिया भोपों का बाड़ा स्थित न्यू मॉर्डन सीनियर सैकंडरी स्कूल में अध्यापन का कार्य कराती थी। जहां पर आरोपी भानुप्रतापसिंह भी अध्यापन करवाता था। आरोपी की उसकी बहन से जान-पहचान होने पर उसने उसे व उसकी बहन समेत अन्य लोगों को द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा 2018 की प्रतीक्षा सूची में चयन करवाने के नाम पर लाखों की रकम ऐंठ ली।