पत्रिका टीम ने सोमवार को विभिन्न क्षेत्रों का दौरा किया तो शहर के कई मुख्य मार्गों पर ऐसे बंद ठेले व केबिनें पड़ी नजर आईं। आसपास पूछने पर लोगों ने इनके काफी समय से बंद पड़ा होना बताया। इनका मालिक कौन है इसकी भी किसी को जानकारी नहीं।पत्रिका टीम ने सोमवार को राजा साईकिल चौराहा से गुलाबबाड़ी रेलवे ओवर ब्रिज तक दौरे में पाया कि यहां मेयो की दीवार व आरओबी की भुजा के आसपास कई ठेले बंद पड़े हैं। कुछ में नाम व मोबाइल नंबर भी अंकित हैं।
अवैध कब्जों की जुगतजानकारों का कहना है कि मुख्य मार्ग पर अवैध रूप से कब्जा कर जगह को घेर लिया जाता है। बाद में उन्हें किराये पर उठाकर राशि वसूली जाती है। नसीराबाद रोड पर अंबार
यही हाल नसीराबाद रोड पर हाल ही निर्मित नाले पर नजर आया। यहां लाइन से ठेले व केबिनें लगी हुई हैं। कुछ खुलती हैं, कुछ बंद रहती हैं। इन्हें भी किराए पर दे दिया जाता है। राजकीय महाविद्यालय के आसपास दीवारों के सहारे, वैशाली नगर रीको के कार्यालय के सामने मुख्य मार्ग पर टेलीफोन एक्सचेंज तक यही हाल हैं।निगम अधिकारी ऐसे मामलों में कोई कार्रवाई नहीं कर रहे।