जमीन विवाद को लेकर रूपनगढ़ में हुई फायरिंग प्रकरण में बीआरसी गैंग के सरगना बलभाराम का नाम सामने आने के बाद अजमेर पुलिस अधीक्षक वंदिता राणा के निर्देशन में रूपनगढ़ थाना पुलिस ने सजायाफ्ता अपराधी बलभाराम व उसकी पत्नी पार्वती के नाम सम्पत्ति की जांच शुरू की। जांच दल की कमान प्रशिक्षु आईपीएस अभिषेक अदांसु को सौंपी गई।
उन्हें बलभाराम व उसकी पत्नी के नाम सम्पत्ति की जांच में कई अहम कागजात मिले। पुलिस टीम को बलभाराम की पत्नी के नाम घोषित आय से अधिक अन्य कई सम्पत्तियां और उनके दस्तावेज भी मिले। पुलिस ने इन अघोषित सम्पत्ति को जब्त करने की न्यायिक कार्रवाई शुरू कर दी है। इसके लिए रूपनगढ़ थाना पुलिस ने न्यायालय में याचिका प्रस्तुत कर दी है। बलभाराम की पत्नी पार्वती के खिलाफ भी रूपनगढ़ थाने में कई आपराधिक धाराओं में मामले दर्ज हैं।
पुलिस जांच में आया मामला सामने
पुलिस जांच में सामने आया कि बलभाराम ने बीआरसी गैंग बना रखी है। यह अवैध गतिविधियों में लिप्त है। इस गैंग में उसकी पत्नी पार्वती देवी भी सक्रिय है। बीआरसी गैंग अवैध रूप से जमीनों पर कब्जा करने और लोगों को डरा धमकाकर रुपए वसूली का काम करती है। लोग गैंग से भय के कारण इनके विरुद्ध शिकायत नहीं करते हैं। बलभाराम आजीवन कारावास की सजा भुगत रहा है। उसने जेल में रहते हुए बीआरसी गैंग का गठन किया है। बलभाराम बांदरसिंदरी थाने का हिस्ट्रीशीटर भी है। पुलिस जांच में सामने आया कि उसने जेल में रहते हुए ही रूपनगढ़ में अपनी गैंग के गुर्गों को भेजकर अवैध रूप से जमीन पर कब्जा करने का प्रयास किया और फायरिंग करवाकर शकील नाम के एक व्यक्ति की हत्या करवा दी।
इनका कहना है…
रूपनगढ़ में हुई फायरिंग व एक व्यक्ति की हत्या प्रकरण में बलभाराम का भी नाम सामने आया। प्रकरण की जांच के साथ ही बलभाराम व उसकी पत्नी के नाम सम्पत्तियों की भी जांच की गई। इसमें उसकी पत्नी पार्वती के नाम कई अघोषित सम्पत्तियां मिली हैं। इन्हें जब्त करने के लिए रूपनगढ़ थाना पुलिस न्यायिक कार्रवाई कर रही है। अभिषेक अदांसु, प्रशिक्षु आईपीएस, किशनगढ़ वृत बलभाराम व उसकी पत्नी के नाम पर मौजूद सम्पत्तियों को नए कानून 107 बीएनएसएस के तहत जब्त की कार्रवाई की गई है। रेंज स्तर पर अन्य अपराधियों के अपराध की सूची बनाई जा रही है, ताकि अपराध और अपराधियों पर सख्ती से अंकुश लगाया जा सके।
ओमप्रकाश, डीआईजी, अजमेर रेंज