इसी क्षेत्र में निजी विद्यालय, लाइब्रेरी, कोचिंग संस्थान भी संचालित हैं। साइ बाबा का मंदिर भी इसी रोड पर स्थित है। सभी लोगों को कीचड़ व गंदगी से होकर गुजरना पड़ रहा है। इस रास्ते की समस्या को लेकर ही उक्त कार्य का शिलान्यास किया गया था, लेकिन समस्या जस की तस है। इतना ही नहीं घरों के आगे भी पानी जमा रहता है। जहां राहगीर आए दिन इसमें गिरकर चोटिल हो रहे हैं।
कई मंचों पर उठाई समस्या लोगों के अनुसार उक्त समस्या को जनसुनवाई के दौरान सहित कई मंचों पर भी जिम्मेदारों को बार-बार अवगत कराया गया है, लेकिन कोई हल नहीं निकला। एक वर्ष से सभी परेशान है। यह क्षेत्र नगर पालिका का है, जहां रोड लाइट की भी व्यवस्था नहीं है। रात में अंधेरा रहता है।
अब 20 दिन का आश्वासन वार्ड के उमेश कुमार, बजरंग बैरवा सहित दर्जनों लोगों ने बताया कि गुरुवार को जनसुनवाई में उपखंड अधिकारी तथा तहसीलदार को इस समस्या से भी अवगत कराया था। जहां उन्होंने 20 दिन का आश्वासन दिया है। वार्ड के लोगों का यह भी कहना है कि हर जगह उनको आश्वासन मिलता है, लेकिन काम नहीं हो रहा।
ठेकेदार को निर्देश दे दिए इंटरलॉकिंग का कार्य 300 मीटर का होना है। इसके टेंडर हो गए हैं, लेकिन बीच में एनसीआर क्षेत्र के कारण ग्रेप पाबंदी से कार्य अटक गया। ठेकेदार को निर्देश दे दिए है। जल जीवन मिशन योजना के तहत बिछाई गई लाइन के दौरान सड़क को क्षतिग्रस्त कर दिया। इसलिए वार्डवासी व इधर से गुजरने वालों को परेशानी हो रही है।
बीएल मीणा, सहायक अभियंता सार्वजनिक निर्माण विभाग, मालाखेड़ा।