शहर से लगे ग्राम ठाकुरपुर निवासी बजरू टोप्पो की पहचान कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम माणिकप्रकाशपुर के भंडारपारा निवासी दिंगबर राम भगत पिता रामवतार भगत 40 वर्ष व गांधीनगर थाना क्षेत्र के महुआपारा चर्च के पास निवासी बसील खलखो पिता स्टेफन खलखो 35 वर्ष से जनवरी 2024 में (Job fraud) हुई थी।
इसके लिए 1 लाख 50 हजार रुपए लगेंगे। जबकि इसके एवज में उसे 70 हजार से 1 लाख रुपए तक की हर माह कमाई होगी। दिगंबर राम भगत व बसील टोप्पो के झांसे में आकर उसने जून 2024 को डेढ़ लाख रुपए दे दिए।
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रुपए लेने के बाद करने लगे टालमटोल
रुपए देने के बाद जब बजरू ने नौकरी लगवाने (Job fraud) की बात कही तो दोनों टालमटोल करने लगे। इसके बाद जब वह एनजीओ के ऑफिस में पहुंचा तो पता चला कि दोनों ने कई लोगों से नौकरी लगवाने के नाम पर रुपए ऐंठे हैं। इसके बाद उसने मामले की रिपोर्ट मणिपुर थाने में दर्ज कराई। रिपोर्ट पर पुलिस ने आरोपी दिगंबर राम भगत व बसील टोप्पो के खिलाफ धारा 420, 34 के तहत अपराध दर्ज कर मामले की जांच शुरू की।

Job fraud: दोनों आरोपी गिरफ्तार
जांच में मामला (Job fraud) सही पाए जाने के बाद पुलिस ने दोनों को उनके घर में दबिश देकर गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उन्होंने नौकरी लगवाने के नाम पर कई लोगों से रुपए ठगने की बात स्वीकार की। पुलिस ने उनके कब्जे से 10 हजार रुपए नकद व 2 मोबाइल जब्त किया है। वहीं बाकी के रुपए खाते में जमा होने की बात कहने के बाद पुलिस ने उनके बैंक खातों को फ्रीज करवा दिया है।
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पंचायत सचिव है एक आरोपी
एएसपी अमोलक सिंह ढिल्लो ने बताया कि आरोपियों में दिगंबर राम भगत पंचायत सचिव के पद पर सूरजपुर जिले के प्रेमनगर में पदस्थ है। दोनों ने मिलकर कई लोगों से करीब 70 लाख रुपए की ठगी (Job fraud) की है। कार्रवाई (Job fraud) में मणिपुर थाना प्रभारी एसआई अखिलेश सिंह, एएसआई शौकीलाल राज, धीरज गुप्ता, प्रधान आरक्षक सतीश सिंह, मदन गोपाल परिहार, आरक्षक उमाशंकर साहू, अनिल सिंह एवं साइबर सेल से आरक्षक जितेश साहू व रमेश राजवाड़े शामिल रहे।