शहर के शासकीय नेहरू स्नातकोत्तर महाविद्यालय के ऑडिटोरियम हॉल में युवा संगम कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। जहां पर साइड में कंपनियों के प्रतिनिधियों को भी बिठाया गया और बैंकों से स्वरोजगार के लिए ऋण की मांग कर रहे लोगों और प्रशिक्षणरत लोगों को भी बुलाया गया। वहीं कई आदिवासी महिलाओं को भी बुलाया गया, लेकिन लोन नहीं मिला तो यह निराश होकर लौटीं।
ऑफर लेटर किया वितरण
इसमें 308 से अधिक युवाओं का कंपनियों में प्रारंभिक चयन और 222 को ऑफर लेटर दिए जाना बताया गया है। साथ ही स्वरोजगार योजनाओं के 220 हितग्राहियों को 1.90 करोड़ रुपए के हितलाभ का वितरण इस युवा संगम कार्यक्रम के माध्यम से करना बताया गया है। जिसमें सांसद प्रतिनिधि संजीव भारिल्ल, हरिओम नायक, जिपं सीईओ राजेश जैन सहित कई अधिकारी मौजूद रहे, जिन्होंने प्रमाण पत्रों का वितरण किया। महिलाओं ने बताई आपबीती
खजूरिया राममणिबाई आदिवासी ने कहा कि मल्हारगढ़ बैंक से हमें सब्जी उगाने व पशुपालन का प्रशिक्षण दिया गया था। न तो लोन दिया और न कोई रोजगार की व्यवस्था थी। कल फोन पर यह कहकर बुलाया कि शिकायतों का निराकरण होगा और आपकी कुछ मदद भी हो जाएगी। इससे यहां बुला लिया व बिठाकर चले गए। 40 किमी दूर से आए हैं, यहां कुछ लाभ नहीं मिला।
बरखेड़ा निवासी बतीबाई आदिवासी ने कहा कि सब्जी उगाने का प्रशिक्षण दिया गया था और कहा था कि लाभमिलेगा। लेकिन लोन नहीं दिया। प्रशिक्षण का किराया भाड़ा भी नहीं दिया। यहां यह कहकर बुला लिया कि आ जाओ तुम्हें कुछ मदद हो जाएगी। यहां भी कोई काम नहीं हुआ, हम पांच महिलाओं का ग्रुप यहां आया है।