क्या इलेक्ट्रिक स्कूटर में आग लगने का खतरा है?
हां, गर्मियों में खासकर इलेक्ट्रिक स्कूटर में आग लगने का खतरा बढ़ जाता है। ज्यादा तापमान, लगातार चार्जिंग या खराब बैटरी क्वालिटी और लोकल चार्जर की वजह से बैटरी ओवरहीट हो सकती है, जिससे शॉर्ट सर्किट और ब्लास्ट जैसी घटनाएं हो सकती हैं।
इलेक्ट्रिक स्कूटर में आग लगने का क्या कारण है?
इलेक्ट्रिक स्कूटर में, आमतौर पर आग लगने के पीछे थर्मल रनअवे (बैटरी का ज्यादा गर्म होना), घटिया बैटरी मटीरियल, गलत चार्जिंग तरीका या बैटरी मैनेजमेंट सिस्टम की गड़बड़ी होती है। एक्सीडेंट या बैटरी में डैमेज से भी आग लगने का रिस्क बढ़ जाता है।
Electric Scooter Fire Safety Tips: इलेक्ट्रिक स्कूटी को आग से बचाने के लिए टिप्स
थोड़ी सी समझदारी और कुछ सेफ्टी हैबिट्स अपनाकर आप इन खतरों से पूरी तरह बच सकते हैं। आइए जानें 5 सेफ्टी हैबिट्स के बारे में जिनसे आप गर्मियों में ई-स्कूटर को सुरक्षित रख सकते हैं।
1. धूप में पार्किंग से बचें
गर्मी में स्कूटर को सीधी धूप में खड़ा करना सबसे आम गलती है। ऐसा करने से बैटरी का तापमान तेजी से बढ़ता है, जिससे थर्मल रनअवे की स्थिति बन सकती है। कोशिश करें कि स्कूटर को छांव या कूल जगह पर पार्क करें।
2. चार्जिंग समय का ध्यान रखें
अधिकतर हादसे चार्जिंग के दौरान होते हैं। बैटरी को ज्यादा देर तक चार्ज पर ना छोड़ें। रातभर चार्ज करना टालें और दिन के कूल समय में चार्ज करें। चार्जिंग के दौरान स्कूटर को हवादार जगह में रखें। ये भी पढ़ें- 2025 Grand Vitara हुई लॉन्च: सभी वेरिएंट में 6 एयरबैग, नए फीचर्स और पैनोरमिक सनरूफ के साथ आई ये SUV 3. लो-क्वालिटी चार्जर से बचें
लोकल या डुप्लिकेट चार्जर बैटरी को नुकसान पहुंचा सकते हैं। हमेशा ओरिजिनल या कंपनी अप्रूव्ड चार्जर का ही इस्तेमाल करें। घटिया चार्जर से ओवरकरंट या ओवरहीटिंग का खतरा बढ़ता है।
4. बैटरी हेल्थ की नियमित जांच करें
बैटरी की कंडीशन पर ध्यान देना जरूरी है। यदि बैटरी फूल रही हो, गर्म हो रही हो या स्कूटर में किसी तरह की जलने की स्मेल आए, तो तुरंत सर्विस सेंटर पर दिखाएं। बैटरी मैनेजमेंट सिस्टम (BMS) सही तरीके से काम कर रहा है या नहीं, इसकी जांच समय-समय पर करवाएं। ये भी पढ़ें- भारत के ऑटो रिटेल सेक्टर में 6.46% की ग्रोथ, FY25 में टू-व्हीलर और कार सेगमेंट ने संभाला मोर्चा 5. थर्ड पार्टी एक्सेसरीज से रहें दूर
कई यूजर्स पावरफुल चार्जर, एक्स्ट्रा बैटरी या नॉन-कंपेटिबल पार्ट्स का इस्तेमाल करते हैं। ये बदलाव बैटरी के सेफ्टी सिस्टम को डिस्टर्ब कर सकते हैं। सिर्फ वही पार्ट्स यूज करें जो कंपनी द्वारा अप्रूव्ड हों।