इंजन ऑयल टाइम से न चेंज होने पर प्रभाव?
अगर आप इंजन ऑयल को टाइम से बदलने में लापरवाही बरतते हैं, तो इसका असर आपकी कार के इंजन, परफॉर्मेंस, और माइलेज पर पड़ता है। इंजन ऑयल पुराना होने पर इंजन अपनी कैपेसिटी के अनुसार काम नहीं करता, जिससे कार की परफॉर्मेंस घटने लगती है। परफॉर्मेंस में गिरावट का सीधा असर कार के माइलेज पर भी पड़ता है, और फ्यूल खपत भी बढ़ जाती है। यह भी पढ़ें– जापान में अपने तेवर दिखाएगी MARUTI की ये ‘मेड इन इंडिया’ कार, जानें क्या है खास? इंजन ऑयल बदलवाने का सही समय?
कार के इंजन ऑयल को बदलवाने का सही समय कार के प्रकार (पेट्रोल या डीजल) के आधार पर अलग हो सकता है, लेकिन सामान्य रूप से इसे हर साल या 10,000 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद बदलवाना चाहिए। कुछ लोग इसे भूल जाते हैं और गाड़ी चलाते रहते हैं, जिससे कार के परफॉर्मेंस में गिरावट आती है।
कम चलने वाली कार के लिए देखभाल?
अगर आपकी कार कम चलती है और साल में 10,000 किलोमीटर नहीं चल पाती, तो भी एक साल में इंजन ऑयल बदलवाना चाहिए। क्योंकि भले ही गाड़ी कम चली हो, लेकिन पुराना इंजन ऑयल भी इंजन, परफॉर्मेंस और माइलेज पर नकारात्मक असर डालता है। इंजन ऑयल को समय पर चेंज कराने पर गाड़ी की लाइफ और परफॉर्मेंस मेंटेन रहता है। इसलिए, चाहे गाड़ी ज्यादा चले या कम, इंजन ऑयल को चेंज करवाना ही बेहतर विकल्प है।
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