निरीक्षण के दौरान बीएसए ने पाया कि अनुदेशक संदीप कुमार, सुनील कुमार, इंद्रकला भारती लगातार तीन दिन से अनुपस्थित हैं, वहीं सहायक अध्यापक गीता देवी, नीशा यादव, स्मीता राय और शिक्षा मित्र रूक्मिणी राय एक दिन से विद्यालय नहीं आए थे। विद्यालय की इंचार्ज प्रधानाध्यापिका उषा राय पर विद्यालय के संचालन का कोई नियंत्रण नहीं दिखा। शौचालय पर ताला लटका मिला, सफाई व्यवस्था बदहाल थी और दीवारों पर पठन-पाठन सामग्री का अभाव था।
BSA ने जताई नराजगी
बीएसए ने नाराजगी जताते हुए गैरहाजिर कर्मचारियों को उपस्थिति पंजिका में अनुपस्थित दर्ज किया और सभी से कारण बताओ नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा। विद्यालय में कुल 221 नामांकित छात्रों में से केवल 97 छात्र ही उपस्थित मिले। इसके बाद बीएसए प्राथमिक विद्यालय गौरी नारायणपुर पहुंचे, जहां 101 नामांकित छात्रों में से 75 छात्र उपस्थित मिले। निरीक्षण के दौरान उन्होंने कक्षाओं में खराब पंखों की मरम्मत, ग्रीन बोर्ड की स्थापना, शौचालय की मरम्मत और सफाई व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रधानाध्यापक रामदुलार को समय-सारिणी का पालन सुनिश्चित कराने और इलेक्ट्रिक बेल लगवाने का सुझाव भी दिया।
बीएसए राजीव पाठक ने कहा कि प्राथमिक विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, बढ़ता नामांकन और सरकारी सुविधाओं का समुचित वितरण विभाग की प्राथमिकता है। इसके लिए लगातार निरीक्षण और अनुश्रवण किया जा रहा है।