पूरा मचान भरभराकर गिरा
हादसा सुबह 7 से 8 के बीच हुआ। निर्वाण महोत्सव के दौरान आदिनाथ भगवान को लाडू (प्रसाद) चढ़ाने का कार्यक्रम चल रहा था। आयोजकों ने इसके लिए 65 ऊंचा लकड़ी का मंच बनाया था। ऊपर भगवान की 4-5 फीट ऊंची प्रतिमा रखी थी। श्रद्धालु भगवान तक पहुंचने के लिए मचाननुमा सीढ़ियों से ऊपर चढ़ रहे थे। इसी दौरान वजन बढ़ने के चलते पूरा मचान भरभराकर नीचे गिर गया। इससे भगदड़ जैसे हालात बन गए। हादसे में 7 लोगों की मौत हो गई, जबकि 75 से अधिक लोग घायल हो गए। एम्बुलेंस नहीं मिलने पर घायलों को ई रिक्शा और ठेले में बैठाकर अस्पताल पहुंचाया गया।
जमीन पर तड़पते रहे लोग
हादसे के बाद के जो तस्वीरें सामने आई हैं। उसमें कई लोग जमीन पर तड़प रहे हैं। वह खून से लथपथ हैं। हालात इतने बेकाबू हैं कि वहां पर कोई इंतजाम नहीं है। ऐसे में मचान की टूटकर गिरी लकड़ियों पर लोगों को उठाकर इधर से उधर ले जाया जा रहा है।
इन लोगों की हुई माैत
हादसे में तरसपाल(66) पुत्र हुकमचंद , अमित (35) पुत्र नरेश चंद, अरुण(48) पुत्र केशव राम ऊषा (24) पत्नी सुरेंद्र, शिल्पी (24), पुत्री सुनील जैन, विनीत जैन (40) पुत्र सुरेंद्र, कमलेश जैन(65) पत्नी सुरेश चंद की माैत हो गई है। घायलों का उपचार चल रहा है।
25 साल से हो रहा आयोजन
बागपत की DM अस्मिता लाल ने 5 लोगों की मौत की पुष्टि की है। छठी मौत की पुष्टि अस्पताल से हुई है। SP के मुताबिक, यह कार्यक्रम 25 साल से होता आ रहा है। इसमें देशभर से जैन समुदाय के लोग जुटते हैं। मंच का स्ट्रक्चर कैसे तैयार किया जा रहा था, इसकी जांच शुरू कर दी गई है। हालात कंट्रोल में हैं।
सीएम ने हादसे पर जताया शोक
जनपद बागपत में दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई जनहानि अत्यंत दुखद हैं। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं। जिला प्रशासन के अधिकारियों को राहत कार्यों को तेजी से संचालित करने व घायलों को समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान एवं घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।