72 महिला सुरक्षाकर्मियों के साथ संभाली कमान
फाल्गुन मास की महाशिवरात्रि पर पुरा महादेव मंदिर पर तीन दिवसीय मेले और कांवड़ सुरक्षा की जिम्मेदारी इस बार सीआरपीएफ को दी गयी थी। सीआरपीएफ की 88 बटालियन की कंपनी कमांडर उषा किरण पुनिया अपनी 72 महिला सुरक्षा कर्मियों के साथ मंदिर सुरक्षा में बिना थके लगी रही। उनकी कम्पनी महिला कर्मियों का साहस देखकर बागपत पुलिस अधिकारी भी प्रशंसा किये बिना नही रह पाए। शुक्रवार को उन्हें प्रशस्ति पत्र देकर बागपत पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय और एएसपी एनपी सिंह ने सम्मानित किया।
दबंग कोबरा कमांडर से कंपते है दुश्मन
ऊषा किरण हिन्द की वो बेटी हैं जिन्होंने नक्सलवाद पर लगाम लगाने में बड़ी भूमिका निभाई। आज उनका नाम किसी पहचान का मोहताज नहीं। उषा किरण पुनिया छतीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर में तैनात हैं। वह भारत की पहली महिला कोबरा कमांडर हैं जो गोरिल्ला वार और जंगलवार में माहिर हैं। अपने अदम्य साहस के लिए उनको कई बार सम्मानित किया जा चुका है। इन्हें दो बार वीरता पुरष्कार भी मिल चुका है।