Bahraich News:
बहराइच जिले के कोतवाली देहात के गांव पंचायत सिसई हैदर के रहने वाले अजय का ननिहाल इसी कोतवाली क्षेत्र के चेतरा गांव में पड़ता है। अजय अक्सर अपने नाना के घर जाया करता था। वहां पर रहने के दौरान अजय का नाना के पड़ोस में रहने वाली रुखसार से प्रेम हो गया। अजय का कहना है कि उन्होंने पहली बार नाना के घर के पास रुखसार को देखा था। वहीं से उन्हें प्रेम हो गया। दोनों का प्यार इतना परवान चढ़ा की शादी करने का मन बना लिया। लेकिन शादी करने में जातीय बंधन बाधा बन रहा था। दोनों के परिजन इस बेमेल शादी को करने के लिए तैयार नहीं थे। रुखसार के परिजनों ने तो इस रिश्ते को पूरी तरह से इनकार कर दिया था। इसके बाद दोनों ने जातीय बंधन तोड़कर शादी करने का प्लान बनाया।
रुखसार ने देखा कि जब उसके परिजन तैयार नहीं तो घर के बाहर शादी करने का तैयार किया प्लान
रुखसार अजय के साथ शादी करने के लिए पूरी तरह से मन बना चुकी थी। अजय भी मजहब की दीवार तोड़कर शादी करने के लिए तैयार था। लेकिन दोनों का परिवार इस बात के लिए कतई नहीं राजी था। फिर दोनों ने घर से बाहर शादी करने का पूरा प्लान तैयार किया। यहां से जाकर बाराबंकी जिले के हैदरगढ़ स्थित भगवान भोलेनाथ को साक्षी मानकर शादी कर ली। इस दौरान अजय के कुछ मित्र और अन्य लोग भी शादी में शामिल हुए। जिन्होंने दोनों को आशीर्वाद दिया।