ग्रामीणों ने बताया कि खेत में कुछ लोग धमाके कर रहे थे, जिन्हें पकड़ लिया गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने 30 से अधिक लोगों को हिरासत में ले लिया। पूछताछ के दौरान पता चला कि ये सभी लोग अल्फा जियो प्राइवेट लिमिटेड कंपनी से जुड़े हैं, जो क्षेत्र में प्राकृतिक गैस व डीजल-पेट्रोल की खोज के लिए सर्वे कर रहे थे।
90 किलो से अधिक विस्फोटक बरामद
पुलिस और प्रशासन की टीम ने घटनास्थल से 90 किलो से अधिक अमोनियम नाइट्रेट बरामद किया है। यह द्वितीय श्रेणी का विस्फोटक होता है, जिसका इस्तेमाल सर्वे में किया जाता है। कंपनी के इंजीनियर व एरिया मैनेजर कुलदीप शर्मा ने बताया कि उन्हें भारत सरकार के पेट्रोलियम मंत्रालय और गृह मंत्रालय से अनुमति प्राप्त है। हालांकि रविवार होने के कारण जिला प्रशासन को जानकारी नहीं दी जा सकी, जिसे कंपनी ने अपनी गलती माना है।
विधायक ने प्रशासन पर उठाए सवाल
विधायक सुरेश्वर सिंह ने जिला प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का प्रस्तावित दौरा रद्द करने की मांग कर डाली। उन्होंने कहा कि विस्फोटक बरामदगी से पहले प्रशासन को कोई जानकारी नहीं थी, जो कि बेहद गंभीर मामला है। उन्होंने आरोप लगाया कि कंपनी के लोग ग्रामीणों को गुमराह कर रहे थे और प्रशासनिक अधिकारी उनकी मदद कर रहे हैं।
गांव में छावनी का माहौल, पुलिस तैनात
घटना के बाद गांव में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। पुलिस और पीएसी की तैनाती कर दी गई है। ADM गौरव रंजन श्रीवास्तव और ASP ग्रामीण डीपी तिवारी ने मौके पर पहुंचकर विस्फोटक सामग्री को सीज कर दिया और कंपनी के 30 से अधिक कर्मियों को हिरासत में लिया गया। ADM ने पुष्टि की कि कंपनी ने मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) का उल्लंघन किया है। वहीं SDM आलोक प्रसाद ने कहा कि उन्हें इस कार्रवाई की पूर्व जानकारी नहीं थी और अब वे कंपनी से विस्तृत जानकारी ले रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आगमन से 48 घंटे पहले इतनी बड़ी मात्रा में विस्फोटक मिलने और खेतों में बिना सूचना धमाका किए जाने से प्रशासन पर सवाल खड़े हो गए हैं। अब यह देखना बाकी है कि इस मामले में आगे क्या कार्रवाई होती है और क्या वाकई मुख्यमंत्री का दौरा रद्द होता है या नहीं।