गन्ना उत्पादक किसानों को हो रहा घाटा
गन्ना उत्पादक किसानों को गन्ना का मूल्य नहीं बढ़ने से धान की तुलना में घाटा हो रहा है। इसलिए
किसान गन्ना उखाड़ने की तैयारी कर रहा है। छह साल पहले भी 355 रुपए में गन्ना बेचा और आज भी 355 रुपए में गन्ना बेच रहे हैं।
छह साल पहले कटाई 50 रुपए प्रति क्विंटल थी और ढुलाई 30 से 35 रुपए प्रति क्विंटल थी। अब कटाई 80 से 85 रुपए व ढुलाई 50 से 60 रुपए प्रति क्विंटल बढ़ गई है।
खाद, दवाई और मजदूरी के रेट बढ़ गए
किसान नेता छगन देशमुख ने कहा कि खाद, दवाई एवं मजदूरी सभी चीज के रेट बढ़ गए हैं, लेकिन गन्ना का रेट छह साल से सिर्फ 355 यह गन्ना उत्पादक किसानों के साथ अन्याय है। गन्ना उत्पाद किसान की श्रेणी में नहीं आते
धान का समर्थन मूल्य 2500 से 3100 रुपए और 15 क्विंटल से 21
क्विंटल प्रति एकड़ बढ़ा दिया गया। गन्ना उत्पादक किसान की श्रेणी में नहीं आते, इसलिए सरकार गन्ना उत्पादक किसानों की ओर ध्यान नहीं दे रही है। बैठक में भारतीय किसान संघ के जिला अध्यक्ष सांवत राम साहू, चाणक्य यादव, गन्ना उत्पादक किसान संघ के जिला अध्यक्ष डॉ. तेज राम साहू, संरक्षक छगन देशमुख, भारतीय किसान संघ जिला के युवा प्रमुख डिगेश कुमार भुआर्य, जैविक प्रमुख मनहरन साहू, भागवत चंद्रवंशी आदि उपस्थित थे।