Crime News: पुलिस की जांच पर उठे सवाल
डॉक्टरों ने भी ज्ञानेश के शरीर में तीन जगहों पर धारदार हथियार से गहरे जख्म होने की बात कही है। ऐसे में पुलिस की जांच पर सवाल उठ रहे हैं। बताते हैं कि ज्ञानेश बलौदाबाजार के गार्डन चौक में रहते थे। सोमवार रात अपनी मोपैड पर घूमने निकले। देर रात अज्ञात व्यक्ति ने ज्ञानेश के मोबाईल से उसके छोटे भाई हर्षित को कॉल किया। उसे बताया कि ज्ञानेश परसाभदेर रोड में घायल पड़े हैं। छोटा भाई घटनास्थल पर पहुंचा। यहां ज्ञानेश लहुलूहान पड़ा था। एंबुलेंस की मदद से उसे निजी अस्पताल पहुंचाया गया। यहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। घटना स्थल की पड़ताल में पता चला कि डामर की सडक़ पर खून के निशान दूर तक बिखरे थे। मतलब हमला वहीं हुआ था। मृतक की कदकाठी से अंदाजा लगाया जा रहा है कि हत्यारे एक से अधिक हो सकते हैं। मृतक की मोपैड भी सुरक्षित है। इससे यह दुर्घटना नहीं लगती। अधिक खून बहने को मौत की वजह माना जा रहा है। असल वजह पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पाएगी।
इन सवालों के जवाब तलाशना महत्वपूण…
इस हत्या ने कई प्रश्न खड़े कर दिए हैं, जिनका जवाब खोजना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है। मसलन मृतक देर रात मिशन परसाभदेर रोड क्यों गया? क्या यह किसी रंजिश का नतीजा है? हमलावरों ने इसी इलाके को क्यों चुना? पुलिस इस बात की भी पड़ताल कर रही है कि क्या मृतक पर हमला किसी और स्थान पर हुआ और बाद में उसे यहां फेंका गया या फिर हमला घटनास्थल पर ही हुआ? क्या किसी राजनीतिक दुश्मनी के चलते हत्या हुई? क्या मृतक का किसी के साथ पुराना विवाद था?
मोबाइल डिटेल खंगाल रही पुलिस
हत्या के बाद मृतक का मोबाइल पुलिस ने जब्त किया है। इसका डिटेल्स खंगाली जा रहीं हैं। साथ ही पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट का भी इंतजार है। पुलिस मृतक के कॉल रिकॉर्ड और अंतिम बातचीत की जांच कर रही है। वहीं आसपास के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं। पुलिस अफसरों के अनुसार पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही हत्या या दुर्घटना की पुष्टि होगी। सिटी कोतवाली टीआई अजय झा ने बताया कि प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। जल्द ही मामले को सुलझा लिया जाएगा।