सूत्रों से पता चलता है कि मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष विजयेंद्र को इस पद पर फिर से चुने जाने का भरोसा है। लेकिन, बागी गुट भी अपने किसी उम्मीदवार को यह पद मिलने को लेकर आशान्वित है। हालांकि, पार्टी के खिलाफ बयानबाजी और विजयेंद्र पर निजी हमले कर रहे बागी नेता, हाईकमान के सख्त निर्देशों के बाद अब काफी हद तक शांत हो गए हैं।
विधायक बसनगौड़ा पाटिल यतनाल और रमेश जारकीहोली, पूर्व सांसद जी.एम. सिद्धेश्वर, पूर्व विधायक बी.पी. हरीश और कुमार बंगारप्पा तथा एन.आर. संतोष (पूर्व मुख्यमंत्री बी.एस. येडियूरप्पा के रिश्तेदार) समेत वरिष्ठ भाजपा नेताओं ने विजयेंद्र के नेतृत्व को खुली चुनौती दी है। यतनाल, खास तौर पर विजयेंद्र और उनके पिता पूर्व सीएम येडियूरप्पा दोनों के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल कर रहे थे।
सूत्रों का कहना है कि भाजपा आलाकमान ने विधायक यतनाल को दो नोटिस जारी किए, जिसमें उन्हें उनके कार्यों का परिणाम भुगतने की चेतावनी दी गई है। विजयेंद्र ने कहा कि उन्होंने विधायक यतनाल द्वारा उनके खिलाफ की गई आपत्तिजनक टिप्पणियों पर नजऱ रखी है और उचित समय पर जवाब देंगे। उन्होंने कहा, यतनाल एक वरिष्ठ नेता हैं। मैं अब उनके मौखिक हमलों पर प्रतिक्रिया नहीं दूंगा।
बागी गुट प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ेगा
इस बीच, पूर्व विधायक कुमार बंगरप्पा ने शनिवार को दोहराया कि बागी गुट प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लडऩे से पीछे नहीं हटा है। उन्होंने कहा, हमने अपना फैसला वापस नहीं लिया है। अगर चुनाव होता है, तो हमारा उम्मीदवार चुनाव लड़ेगा। निश्चित तौर पर प्रदेश अध्यक्ष को बदला जाएगा। हमने कर्नाटक की स्थिति के बारे में हाईकमान को सूचित कर दिया है। हम पीछे नहीं हट रहे हैं। कर्नाटक प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव की देखरेख कर रहे केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान के आगमन की तारीख अभी तय नहीं हुई है। चुनाव कार्यक्रम अभी तय होना बाकी है। बंगारप्पा ने कहा कि हाईकमान ने हमें आश्वासन दिया है कि वे इस मामले पर हमसे चर्चा करेंगे। यह तय है कि कर्नाटक में प्रदेश अध्यक्ष को बदला जाएगा। उन्होंने कहा, अगर पार्टी नेतृत्व चुनाव कराने का फैसला करता है, तो हम चुनाव लड़ेंगे। विधायक यतनाल ने पहले ही नोटिस का जवाब दे दिया है। हम उनके साथ खड़े हैं और इससे परेशान नहीं हैं। चुनाव होने तक हम अपनी चिंताओं को व्यक्त करना जारी रखेंगे। हाईकमान और संघ परिवार अंतिम निर्णय लेगा।
उन्होंने कहा कि उन्होंने येडियूरप्पा के खिलाफ कुछ नहीं कहा है, लेकिन शिकायत की है कि जिला अध्यक्षों का चुनाव निष्पक्ष तरीके से नहीं हुआ है। उन्होंने कहा, केवल पसंदीदा उम्मीदवारों का ही चुनाव किया जा रहा है। केजेपी के सभी पूर्व नेताओं को जिला प्रमुख नियुक्त किया गया है। हम फिर से हाईकमान से मिलेंगे और अपनी चिंताओं से अवगत कराएंगे।