शनिवार को चौपासाग निवासी 40 वर्षीय दिनेश पुत्र अनारेंग पाटीदार का शव संदिग्ध हालात में मिला था। मृतक दो साल से कुवैत में कार्यरत था और 14 जनवरी को ही लौटा था। मामले को लेकर मृतक के चचेरे भाई भूपेश पुत्र मानेंग पाटीदार ने रिपोर्ट दी। इसमें बताया कि सुबह करीब दस बजे दिनेश यह कहकर अपनी बाइक लेकर गया कि थोड़ी देर में आता हूं। इसके बाद दिनेश ने वापसी नहीं की। उसका फोन भी बंद आया।
इसके बाद पता चला कि अगरपुरा माही नदी के पास ढलान के कच्चे रास्ते पर दिनेश की लाश पड़ी है। अज्ञात व्यक्ति द्वारा हथियार से वार कर हत्या करने के आरोप में रिपोर्ट पर पुलिस ने केस दर्ज किया। मामले पर सीओ गढ़ी सुदर्शन पालीवाल के पर्यवेक्षण में सीआई रोहितकुमार की टीम गठित की गई। टीम ने पड़ताल के बाद चौपासाग निवासी राजेंद्र पुत्र वजेंग पाटीदार उसके भाई जितेन्द्र और प्रकाश पाटीदार को डिटेन कर पूछताछ की, तो वारदात का खुलासा हो गया।
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इस पर तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया। कार्रवाई दल में गढ़ी थाने के जवानों वासुदेव, मदनसिंह, प्रदीपसिंह व चालक कांस्टेबल महेंद्रसिंह के अलावा साइबर सेल बांसवाड़ा से एएसआई प्रवीणसिंह, लोहारिया थाने के एएसआई हेमंतकुमार और अरथूना थाने के हैड कांस्टेबल संजयकुमार शामिल रहे। आरोपियों ने पुलिस की पूछताछ में वारदात कबूल कर बताया कि दिनेश राजेंद्र की पत्नी को बुरी नजर से देखता था। छेड़छाड़ जैसी हरकत पर समझाइश भी की, लेकिन उसने परेशान करना नहीं छोड़ा। तब तीनों भाइयों ने योजना बनाकर दिनेश को शनिवार को बुलाया। बांसवाड़ा-डूंगरपुर हाईवे पर एक होटल के पास जब दिनेश आया तो उसे टैम्पो में डालकर वे अगरपुरा माही नदी के पास ले गए और लठ-पत्थर से हमला कर वहीं ढेर कर दिया।