इससे पहले प्रदेशाध्यक्ष गोविंदसिंह डोटासरा और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली के देरी से आने से पूर्व निर्धारित सुबह 11 बजे की जगह रैली करीब डेढ़ बजे प्रारंभ हुई। रैली को संबोधित कर डोटासरा ने कहा कि गहलोत सरकार द्वारा दी बांसवाड़ा संभाग की सौगात छीनकर भजन सरकार ने क्षेत्र की जनता को भजन करने पर मजबूर कर दिया है। जनता का हक छीनना भाजपा सरकार को महंगा पड़ेगा।
‘अभी तक धैले का काम नहीं किया’
डोटासरा ने कहा कि अपने पुराने जुमले को दोहराते हुए भजन सरकार को पर्ची सरकार बताकर कहा कि वह अंग्रेजी माध्यम स्कूलें भी खत्म करने पर तुली हैं। सवा सात लाख गरीब बच्चों का क्या होगा? मुख्यमंत्री मालिक नहीं, ट्रस्टी हैं। कांग्रेसराज के निर्णयों की समीक्षा की बात कर उन्होंने कहा कि उन्हें अपनी समीक्षा करनी चाहिए। सवा साल में धैले का काम नहीं किया, ढोंग और भाषणबाजी ही की है।
महंगे पेट्रोल-डीजल का उठाया मुद्दा
डोटासरा ने हरियाणा के मुकाबले राज्य में महंगे पेट्रोल-डीजल, बच्चों की स्कॉलरशिप, समय पर पेंशन नहीं मिलने जैसी आम जनता की परेशानियां गिनाकर कहा कि इससे तो राष्ट्रपति शासन बेहतर होता। चुनाव पूर्व वादे करने के बाद सरकार पर धोखा करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि अब संघर्ष का समय आ गया है। जनता कुर्सी पर बैठाती तो रास्ता दिखाना भी जानती है।
भील प्रदेश की मांग को बताया गलत
वहीं, दक्षिण राजस्थान से लगातार उठ रही भील प्रदेश गठन की मांग को कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंदसिंह डोटासरा ने गलत करार देते हुए कहा है कि कांग्रेस इसके समर्थन में नहीं है। डोटासरा सोमवार को बांसवाड़ा आगमन पर पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने पंचायतीराज चुनाव में बीएपी से गठबंधन को लेकर सवाल पर स्पष्ट इनकार कर कहा कि पार्टी अपने बलबूते पर इस बार चुनाव लड़ेगी।
सिंगल इंजन की सरकार बेहतर थी- जूली
इससे पहले प्रतिपक्ष नेता टीकाराम जूली ने संबोधन में कहा कि डबल इंजन की बताई गई सरकार में गरीबों के किट, बेरोजगारी भत्ता, स्कॉलरशिप नहीं मिल रही। इससे तो सिंगल इंजन की सरकार बेहतर थी। सीधे प्रधानमंत्री को निशाना बनाते हुए उन्होंने कहा कि 15 लाख खाते में आएंगे, किसानों की आमदनी बढ़ेगी, दो करोड़ युवाओं को रोजगार देंगे, जैसी घोषणाओं के बाद वे बात तक करने नहीं आते। इसलिए इन्हें सबक सिखाएं। जूली ने जनता से कहा कि आप सब तय करें कि जब तक संभाग मुख्यालय बहाल नहीं हो जाए, बीजेपी के लोगों को गांव में घुसने नहीं देंगे। उन्होंने गुरु गोविंदसिंह के प्रकाश पर्व पर सरकार के खिलाफ होकर चुनावों में उखाड़ फेंकने की अपील की।