ये 4 अहम खामियां आईं सामने
1- कुछ निजी अस्पतालों द्वारा योजना में दस्तावेजों का एक से अधिक स्थानों पर उपयोग।2- ओपीडी को नियम विरुद्ध आईपीडी में परिवर्तित करना।
3- अनावश्यक रूप से अधिक बिल तैयार करना।
4- बिना आवश्यकता के अतिरिक्त जांचें करवा कर क्लेम राशि बढ़ाना।
बेवजह भर्ती कर रहे मरीजों को, यों हुआ खुलासा
एआई आधारित विशेष की जांच में सामने आया कि योजना के तहत संबंधित निजी अस्पतालों में कई ओपीडी में उपचार के लिए पहुंचने वाले मरीजों को नियम विरुद्ध भर्ती कर रहे हैं। बेवजह की जांचें करवाना भी सामने आया है। यह भी पढ़ें
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चोरी करने वालों से वसूली
विभागीय अधिकारी बताते हैं कि अस्पतालों द्वारा प्रस्तुत किए जा रहे दावों में कई अनियमितताएं सामने आईं। इन सभी मामलों को गंभीरता से लेते हुए अस्पतालों को स्पष्ट चेतावनी दी गई है। जो अस्पताल बार-बार मामूली गलती के नाम पर गलत क्लेम प्रस्तुत कर रहे हैं, उन पर वसूली, निलंबन एवं डी-एम्पैनलमेंट सरीखी सख्त कार्रवाई होगी। यह भी पढ़ें