सीबीगंज के स्लीपर रोड निवासी अभिषेक रायजादा को 16 फरवरी को एक अंजान व्हाट्सएप नंबर से मैसेज आया। भेजने वाले ने खुद को अवन्ति सेना और अपनी कंपनी का नाम ब्रांडमार्क एसोसिएट्स प्रा. लिमिटेड बताया। उसने एक टेलीग्राम लिंक भेजकर होटल रेटिंग का काम ऑफर किया, जिसके बदले 40 से 80 रुपये प्रति टास्क देने की बात कही।
पत्नी के भी कई खातों से ट्रांसफर कराई रकम
अगले ही दिन 17 फरवरी को अभिषेक को एक लिंक पर रजिस्ट्रेशन करवाया गया और बताया गया कि टास्क पूरा करने पर मोटा मुनाफा मिलेगा। शुरू में कम निवेश पर लाभ दिखाया गया और फिर लगातार बड़ी रकम जमा कराने को कहा गया। बीच में टास्क अधूरा छोड़ने पर पैसे डूबने की चेतावनी भी दी गई। ठगी का दायरा बढ़ता गया। अभिषेक ने 17 फरवरी से 27 फरवरी के बीच अपने बैंक खाते से अलग-अलग बैंक खातों और यूपीआई आईडी पर कुल 7 लाख 70 हजार 878 रुपये ट्रांसफर किए। इसके अलावा उसकी पत्नी भावना के बैंक खाते से 4 लाख 45 हजार 500 रुपये और दूसरे खाते से 71 हजार रुपये ट्रांसफर करवाए गए। कुल मिलाकर करीब 12 लाख 87 हजार 378 रुपये आरोपितों को दे दिए गए।
मुनाफे के रुपये देने के नाम पर और मांगे रुपये
जालसाजों ने इस रकम पर 26,13,416 रुपये का मुनाफा दिखाया, लेकिन जब अभिषेक ने रकम वापस मांगी तो एक और आईडी से संपर्क कर बताया गया कि पहले उसे 3,26,461 रुपये टैक्स देना होगा, तभी मुनाफा मिलेगा। जब अभिषेक ने इंकार किया, तो मोबाइल नंबर से कॉल कर धमकाया गया कि पैसे नहीं दिए तो पूरा मुनाफा जब्त हो जाएगा। शक होने पर अभिषेक ने साइबर क्राइम पोर्टल पर दर्ज कराई। ठगी की रकम लौटाने की कई कोशिशों के बावजूद आरोपितों ने कोई जवाब नहीं दिया तो पीड़ित ने साइबर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस मामले की जांच कर रही है और ऑनलाइन धोखाधड़ी करने वाले गिरोह की तलाश शुरू कर दी गई है।