कंपनी पर आरोप है कि उसने करीब 20 हजार से ज्यादा ग्राहकों से एफडी और अन्य योजनाओं के जरिए करोड़ों रुपये जमा करवाए और अब भुगतान से बच रही है। करीब 15 हजार खाताधारकों को लगभग एक अरब रुपये मिलने हैं, जिनकी मैच्योरिटी एक साल पहले ही हो चुकी थी।
घर बेचकर जमा किए थे पैसे, अब बर्बादी का आलम
बरेली के कटरा चांद खां मोहल्ले में कंपनी मालिक के घर के बाहर भीड़ ने प्रदर्शन किया। महिलाएं फूट-फूटकर रोने लगीं। एक पीड़िता आराधना साहू ने बताया कि उनके छोटे भाई ने 25 लाख रुपये कंपनी में जमा किए थे। यहां तक कि घर भी बेच दिया। बाद में मानसिक तनाव के कारण उसकी मौत हो गई। अब हम किससे अपना भाई वापस मांगें। मीरा सराय, शेखूपुर रोड स्थित कंपनी के मुख्य कार्यालय में शुक्रवार को पहुंचने पर ग्राहकों ने पाया कि दफ्तर खाली पड़ा है। एसी, कंप्यूटर, फर्नीचर तक हटाया जा चुका था। यह देखकर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा।
पुलिस जांच में जुटी, एजेंटों से पूछताछ
बदायूं सदर कोतवाली इंस्पेक्टर प्रवीण कुमार के अनुसार कंपनी के तीन एजेंटों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। कंपनी के असली मालिक की जानकारी एकत्र की जा रही है। पुलिस ने भरोसा दिलाया है कि ग्राहकों को न्याय दिलाने के लिए उचित कार्रवाई की जाएगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। गौरतलब है कि छह महीने पहले भी इसी कंपनी के खिलाफ बदायूं में हंगामा हुआ था, जब समय पर भुगतान नहीं किया गया था। लेकिन तब आश्वासन देकर मामला शांत करा दिया गया था। अब एक बार फिर हजारों निवेशकों के सामने उनकी मेहनत की कमाई डूबने का खतरा मंडरा रहा है।