डीएम ने साफ कहा कोई भी फाइल तीन दिन से ज़्यादा लंबित नहीं रहनी चाहिए। अगर ऐसा पाया गया तो कार्रवाई तय है। उन्होंने अफसरों से कहा कि जनता की शिकायतों को हल्के में लेना बंद करें, वरना मुख्यमंत्री दरबार में सीधे जिले की शिकायतें पहुंचती रहेंगी।
अवैध कब्जे से लेकर पेंशन तक की गूंज
समाधान दिवस में अवैध कब्जा, राशन कार्ड और पेंशन जैसी समस्याओं से जुड़ी दर्जनों शिकायतें आईं। बीआई बाजार कैंट के एक निवासी ने चकरोड पर कब्जा हटाने की मांग रखी। डीएम ने मौके पर मौजूद एसडीएम को निर्देश दिया कि तुरंत पैमाइश कर रास्ता खाली कराया जाए। ग्राम उमरसिया के एक किसान ने कृषि भूमि की पैमाइश की मांग की, जिसे भी जिलाधिकारी ने तुरंत गंभीरता से लेते हुए हल कराने का भरोसा दिया।
अफसरों को दी चेतावनी
डीएम ने दो टूक कहा ऐसा कोई भी काम मत करो जिससे प्रशासन की छवि पर सवाल उठे। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि शिकायत का निस्तारण होने के बाद उसकी पूरी रिपोर्ट रजिस्टर में जरूर दर्ज करें। इस मौके पर एसपी सिटी मानुष पारीक, एसडीएम प्रमोद कुमार, तहसीलदार सदर और कई विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। डीएम के सख्त तेवरों के बाद अफसरों में हड़कंप मचा रहा।