नीतू ने बताया कि शादी से पहले अरविंद ने खुद को फौजी बताया और सेना की वर्दी में फोटो भी दिखाए। इसी भरोसे पर परिवार ने शादी कर दी। शादी के बाद अरविंद वर्दी पहनकर जम्मू ड्यूटी का बहाना बनाकर 15 दिन के लिए घर से गया और फिर लौटने के बाद कभी ड्यूटी पर नहीं गया। शक होने पर जब नीतू ने पूछताछ की तो अरविंद ने खुद कबूल किया कि वह सेना में नहीं है।
सच्चाई सामने आने के बाद उत्पीड़न शुरू
नीतू के अनुसार, झूठ का भंडाफोड़ होने के बाद अरविंद ने मारपीट शुरू कर दी। खर्च के लिए मायके से पैसे लाने का दबाव बनाया। दहेज न मिलने पर गाली-गलौज और शारीरिक उत्पीड़न किया गया। सात माह की गर्भवती होने के बावजूद मारपीट कर घर से निकाल दिया गया। पीड़िता ने दो महीने बाद बेटे को जन्म दिया, लेकिन ससुराल से कोई हालचाल लेने तक नहीं आया।
केस दर्ज होते ही अपहरण और धमकी
तीन महीने पहले नीतू ने दहेज उत्पीड़न, घरेलू हिंसा और मेंटेनेंस के लिए फरीदपुर थाने में केस दर्ज कराया। इसके बाद एक जून को वह स्कूटी की सर्विस कराने गई थी, तभी पति अरविंद, भाजपा नेता प्रदीप यादव और दो अन्य लोगों ने मिलकर उसका अपहरण कर लिया। जबरन कार में डालकर रेलवे ट्रैक के पास एक घर में ले गए, जहां पांच घंटे तक बंधक बनाकर धमकाया गया। पीड़िता ने बताया कि भाजपा नेता प्रदीप यादव ने समझौते का दबाव बनाते हुए धमकी दी अगर केस वापस नहीं लिया तो जिंदगी बर्बाद कर देंगे। इसी दौरान मकान मालकिन के पहुंचने पर सभी आरोपी फरार हो गए। इसके बाद नीतू किसी तरह घर पहुंची।
एफआईआर दर्ज, जांच में जुटी पुलिस
घर पहुंचने के बाद भी भाजपा नेता प्रदीप यादव ने उसे फोन पर गालियां दीं और केस खत्म करने का दबाव बनाया। धमकी का ऑडियो सामने आने के बाद पुलिस ने गंभीरता से मामले की जांच शुरू की है। सीओ फरीदपुर संदीप कुमार ने बताया कि महिला की तहरीर पर अरविंद यादव, भाजपा नेता प्रदीप यादव व दो अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। मामले की जांच की जा रही है। घटनास्थल और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है।