शाहजहांपुर से बरेली के लिए लोड किया गया था माल
कैंट इलाके में टीम ने ट्रक को जांच के लिए रोका गया। ट्रक में आयरन स्क्रैप लदा था और चालक ने एम/एस इंडियन ट्रांसपोर्ट कंपनी, अररिया (बिहार) की बिल्टी और एम/एस इंडियन ट्रेडर्स, बिहार की टैक्स इनवॉयस दिखाई। जब दस्तावेजों की बारीकी से जांच की गई, तो सच्चाई कुछ और ही निकली। पूछताछ में चालक ने बताया कि माल शाहजहांपुर के तिलहर से लोड किया गया था और बरेली के बहेड़ी ले जाया जा रहा था। जबकि दस्तावेजों में लिखा था कि माल बिहार से बिहार जा रहा है। यानी पूरी प्लानिंग टैक्स चोरी की थी।
इनवॉयस में दी गई जानकारी भी पाई गई गलत
जांच के दौरान ट्रक पर ई-वे बिल भी नहीं मिला और इनवॉयस में दी गई जानकारी भी गलत पाई गई। अधिकारियों का कहना है कि ट्रांसपोर्ट कंपनी और फर्म मालिक ने मिलकर फर्जी दस्तावेज तैयार किए थे ताकि माल की ढुलाई पर टैक्स बचाया जा सके। राज्य कर विभाग की तरफ से कैंट थाने में ट्रांसपोर्टर और फर्म के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। विभाग का कहना है कि आगे भी ऐसे मामलों पर सख्त नजर रखी जाएगी।