मरने वालों में बरेली जिले के सीबीगंज थाना क्षेत्र के सनईया रानी मेवाकुंवर निवासी 25 वर्षीय इमरान उर्फ सलमान, 17 वर्षीय अंकित रस्तोगी उर्फ कपिल और बंडिया निवासी 25 वर्षीय मोहसिन शामिल हैं। वहीं बंडिया का ही रहने वाला 28 वर्षीय हसीब इस समय दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा है।
एसी की गैस लीक होने से हुआ हादसा
तीनों मृतक और गंभीर हालत में भर्ती हसीब एसी मरम्मत का काम करते थे। करीब तीन-चार साल से वे दक्षिणपुरी में एक कमरे में रह रहे थे। कुछ माह पहले छुट्टी पर बरेली आए थे और एक सप्ताह पूर्व ही काम पर वापस लौटे थे। पुलिस के मुताबिक, शुक्रवार की रात चारों ने साथ खाना खाया और सो गए। रात में किसी समय कमरे में लगे एसी से गैस लीक हो गई। खिड़की-दरवाजे बंद होने के कारण कमरा गैस से भर गया और चारों का दम घुटने लगा।
चौथे की हालत गंभीर, जान बचना मुश्किल
दिल्ली पुलिस को कॉल प्राप्त हुई, जिसमें इमरान के भाई द्वारा फोन न उठाने के बारे में बताया गया था। घर अंदर से बंद था। वहां पहुंचने पर पता चला कि दिल्ली के दक्षिण पुरी में एक घर की पहली मंजिल पर चार लोग बेहोश हैं। चारों को अंबेडकर अस्पताल भेजा गया और बाद में उन्हें सफदरजंग और एम्स ट्रामा सेंटर में स्थानांतरित कर दिया गया। हसीब की हालत नाजुक बनी हुई है। डॉक्टरों का कहना है कि गैस से उसके फेफड़े बुरी तरह प्रभावित हुए हैं और बचने की संभावना बेहद कम है।
परिजनों को सूचना मिलते ही टूटा दुखों का पहाड़
जब परिजनों को दिल्ली से हादसे की खबर मिली तो परिवारों में कोहराम मच गया। चारों परिवारों के लोग रोते-बिलखते दिल्ली के लिए रवाना हो गए। गांव में मातम पसरा हुआ है। पुलिस मौके पर पहुंची है और फिलहाल इस मामले की जांच जारी है। पुलिस का कहना है कि मौत की वजह का पता लगाया जा रहा है। फिलहाल शुरुआती जांच के बाद पता चला है कि कमरे में एसी रिफिल करने वाली गैस का सिलेंडर रखा हुआ था, आशंका व्यक्त की जा रही है इस गैस की वजह से इनका दम घुट गया, पुलिस मामले की जांच कर रही है। शवों को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंपा जाएगा।