पुलिस ने आरोपियों की पहचान समीर रजा पुत्र समीउल्लाह निवासी ईट पजाया चौराहा, थाना बारादरी और शहवाज उर्फ सूफियान पुत्र सलीम निवासी ग्राम मलपुर, थाना भुता के रूप में की है। ये दोनों ‘हैदरी दल बरेली’ नामक इंस्टाग्राम पेज पर वीडियो पोस्ट कर रहे थे, जिसमें वे गांधी उद्यान में महिलाओं से जबरन बातचीत कर रहे थे, उनसे धर्म पूछते दिख रहे थे और आपत्तिजनक टिप्पणियां कर रहे थे।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो से मचा बवाल
ईद के दिन की गई इस हरकत का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसके बाद पुलिस के आला अधिकारियों तक मामला पहुंचा। लोगों में नाराजगी और महिलाओं में असुरक्षा की भावना को देखते हुए पुलिस ने तत्काल जांच शुरू की। सर्विलांस और साइबर सेल की मदद से इंस्टाग्राम आईडी को ट्रेस कर आरोपियों की पहचान की गई।
तीन लोग चला रहे थे इंस्टाग्राम आईडी
जांच में सामने आया कि ‘हैदरी दल बरेली’ नाम की इंस्टाग्राम आईडी को मुफ्ती खालिद, रियाजुद्दीन और शहवाज रजा समेत अन्य लोग मिलकर चला रहे थे। ये लोग सार्वजनिक स्थानों पर महिलाओं के वीडियो बनाकर धार्मिक आधार पर टोक-टिप्पणी कर रहे थे, जिससे समाज में नफरत फैलाने की कोशिश हो रही थी।
मुकदमा दर्ज कर भेजा गया जेल, अन्य की तलाश जारी
कोतवाली इंस्पेक्टर अमित पांडेय ने समीर रजा और शहवाज उर्फ सूफियान के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उन्हें मंगलवार को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। पुलिस बाकी आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है। इस पूरी कार्रवाई में एसओजी, सर्विलांस सेल, उपनिरीक्षक नितिन राणा, पुष्पेंद्र सिंह, हेड कांस्टेबल राकेश मिश्रा, कांस्टेबल धर्मेंद्र कुमार सहित कई पुलिसकर्मी शामिल रहे।
एसएसपी बोले होगी कड़ी कार्रवाई
एसएसपी अनुराग आर्य ने स्पष्ट किया है कि सार्वजनिक स्थलों पर महिलाओं की निजता से खिलवाड़ करने, भड़काऊ कंटेंट बनाने और धार्मिक सौहार्द बिगाड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।