इस दौरान कंपनी कार्यालय के आगे खड़ी निजी गाडिय़ों में श्रमिकों ने तोड़फोड़ शुरू कर दी। पुलिस के वाहन को पलट दिया गया। पुलिस के रोकने पर भी प्रदर्शनकारी नहीं रुके और पत्थर फेंके। एसपी के मौके पर पहुंचने के बाद पुलिस ने र्कावाई करते हुए करीब 100 श्रमिकों को डिटेन किया। घटना के चलते पूरा इलाका पुलिस छावनी में बदल गया।
पुलिस के अनुसार रिफाइनरी क्षेत्र में कार्य करने वाले श्रमिक अशोक पुत्र रमेश कुमार शुक्रवार शाम काम के बाद महादेव कॉलोनी स्थित आवास और खाना खाने के बाद उसकी तबीयत अचानक बिगड़ गई। उसके साथ काम करने वाले अन्य श्रमिक पचपदरा चिकित्सालय लेकर गए। जहां पर चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव को मोर्चरी में रखवाया।
मामले की जानकारी पर शनिवार सुबह अन्य श्रमिक कंपनी कार्यालय के आगे एकत्रित हो गए और मुआवजे की मांग की। श्रमिकों के बड़ी संख्या में एकत्रित होने की जानकारी पर पचपदरा थानाधिकारी अमराराम जाब्ते के साथ पहुंचे। इस दौरान कंपनी अधिकारियों ने श्रमिकों से समझाइश के प्रयास किए।
लेकिन कोई सहमति नहीं बन पाई। इस बीच श्रमिक भड़क उठे और कंपनी कार्यालय व आसपास खड़ी निजी गाड़ियों में तोडफ़ोड़ शुरू कर दी। पुलिस ने रोकने की कोशिश तो पुलिसकर्मियों पर भी पत्थर फेंके। इस दौरान मौके पर खड़ी पुलिस की एक गाड़ी को पलट दिया।