बारिश होते ही किसानों के चेहरों पर प्रसन्नता और संतोष की लहर दौड़ गई। भक्तगण बारिश में भीगते हुए भजन-कीर्तन करते रहे और खुशी से झूमते नजर आए। वयोवृद्ध गोविंदसिंह सोढ़ा ने बताया कि यह परंपरा प्राचीन काल से चली आ रही है। इस वर्ष श्रावण के पहले सोमवार को वर्षा से अच्छे सुकाल की उम्मीद जगी है
बाड़मेर•Jul 15, 2025 / 12:06 am•
Dilip dave
Hindi News / Videos / Barmer / पूजा-अर्चना करते ही बारिश शुरू, इसलिए है झंडू बाबा के प्रति आस्था