बाड़मेर-मुनाबाव 125 किमी लंबे सड़क मार्ग का महत्व न केवल स्थानीय लोगों के लिए है, बल्कि यह सामरिक दृष्टि से भी बहुत महत्वपूर्ण है। इस मार्ग से विरात्रा वांकल माता मंदिर, केराडू मंदिर, रेडाणा का रण, गडरा के रेलवे अमर शहीद स्मारक, गडरारोड मुनाबाव बॉर्डर दर्शन, रोहिडी के मखमली धोर जुड़े हुए हैं। यह मार्ग भारत-पाक सीमा से सटे गांवों को राष्ट्रीय राजमार्ग से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इससे सीमा क्षेत्र में सुरक्षा और संचार की सुविधा बढ़ेगी। स्थानीय लोगों के लिए लाभ इस मार्ग से जुड़े गांवों के लोगों को अब बाड़मेर, बालोतरा, पचपदरा रिफायनरी, जोधपुर जैसे बड़े शहरों तक पहुंचने में आसानी होगी।
बाड़मेर•Jul 02, 2025 / 09:16 pm•
Dilip dave
Hindi News / Videos / Barmer / सामरिक महत्व की सड़कजुड़ी हाइवे से, सीमा पर सैन्य सुविधाओं को मजबूती मिली