बड़वानी का पाटी विकास खंड इन दिनों सुर्खियों में बना हुआ है। पाटी ब्लॉक की पांच ग्राम पंचायतों पर लगभग डेढ़ करोड़ के गबन हुआ है। इस मामले में तत्कालीन जपं सीइओ व वर्तमान जिला पंचायत परियोजना अधिकारी निलेश नाग ने पाटी पुलिस थाने में एफआरआई दर्ज कराई है। ग्राम पंचायतों के 5 सरपंचों, 5 सचिवों तथा 6 वेंडरों यानि कुल 16 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है।
बड़वानी के जिपं सीइओ जावला ने बताया कि संबंधित वित्तीय प्रभार सरपंच-सचिव और वेंडर को मप्र पंचायत राज एवं ग्राम स्वराज अधिनियम 1993 की धारा 89 के तहत नोटिस देकर 26 मई तक जवाब मांगा था। प्रथम दृष्टया गबन व धोखाधड़ी का मामला प्रतीत होने पर जिपं सीइओ ने संबंधित पांच पंचायतों के सरपंच-सचिव और वेंडरों के खिलाफ एफआइआर का आदेश दिया गया।
इस पर तत्कालीन जपं सीइओ व वर्तमान जिला पंचायत परियोजना अधिकारी निलेश नाग ने पाटी पुलिस थाना पर प्रतिवेदन दिया। इसके आधार पर ग्राम पंचायत लिंबी, कंड्रा, आवंली, वेरवाड़ा और ओसाड़ा के सरपंचों एवं सचिवों के साथ 6 वेंडरों के विरुद्ध अपराध क्रमांक 227/25 भारतीय न्याय संहिता की धारा 318(2), 318(3), 316(5), 336(2), 336(3), 340(2), 61(2) का केस पंजीबद्ध किया गया है।
इन सरपंचों, सचिवों, वेंडरों के खिलाफ एफआइआर
पाटी थाने में ग्राम पंचायत लिंबी के सरपंच गिना पति भाकरिया नरगांवे, प्रभारी सचिव कैलाश सोलंकी, ग्राम पंचायत वेरवाड़ा के सरपंच सायसिंग खुमसिंग डावर, प्रभारी सचिव टीकाराम खरते, ग्राम पंचायत कंड्रा के सरपंच रतनसिंह गुलसिंग नरगांवे, प्रभारी सचिव मोती बिलबर खरते, ग्राम पंचायत आंवली के सरपंच रुजली पति शोभाराम, प्रभारी सचिव विजय अलाले, ओसाड़ा के सरपंच फुलमा मुकेश अलावे, प्रभारी सचिव सुरेश चेनसिंग सोलंकी सहित वेंडर हुतैब ट्रेडर्स, रवि वानखेड़े, रबिक ट्रेडर्स, रामेश्वर गोले, आदर्श बिल्डिंग मटेरियल एंड सप्लायर, जावेद खान के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई गई है।