ग्राम पंचायतों के परिसीमन के बाद करीब 12 से अधिक गांवों के लोग आपत्तियां दर्ज करवाने पहुंचे हैं। जहां ग्रामीण अपनी सुविधा को तरजीह दे रहे हैं तो सरपंची जमाने वाले अपने नफा-नुकसान से आंकलन कर रहे हैं। परिसीमन से जिनका जनाधार प्रभावित हो रहा है, उनकी पीड़ा भी सामने आने लगी है।
जिले में ग्राम पंचायतों के पुनर्गठन व परिसीमन की प्रस्ताव निकलने के साथ ही आपत्तियां दर्ज करवाने वाले जिला कलक्टर कार्यालय पहुंचने लगे हैं। इनमें ग्रामीणों को होने वाली परेशानियां गिनाई जा रही हैं। अपनी-अपनी मांगों, परेशानियों व सुविधाओं को आपत्तियों के जरिए प्रशासन के समक्ष रख रहे हैं। इसको लेकर जिला कलक्टर कार्यालय में लोगों की आवाजाही का सिलसिला बढ़ रहा है।
जिला बनने के बाद जयपुर जिले की कोटपूतली, विराटनगर व अलवर जिले की बहरोड़ व बानसूर विधानसभा क्षेत्र की गाम पंचायतों का पुनर्गठन व परिसीमन हुआ है। विराटनगर की कुछ ग्राम पंचायतों के जयपुर जिले की सीमा में शामिल होने से इन ग्राम पंचायतों की जिला सीमा में बदलाव किया गया है। जिला कलक्टर 6 मई तक आपत्तियां सुनेंगी। आपत्तियों की सुनवाई के बाद ही अंतिम तस्वीर सामने आ सकेगी।