अपनी त्वचा में यौवनता तथा ताजगी लाने के लिए अपने पांव को सप्ताह में एक बार घर में फुट ट्रीटमैंट जरूर दें। पांव को गर्म पानी में डुबोने से एड़ियों की त्वचा मुलायम होती है जिससे मृत कोशिकाओं को हटाने में मदद मिलती है। प्रतिदिन पांव व एड़ियों की उचित देखभाल सुनिश्चित करने के लिए नहाने से पहले अपने पांव में शुद्ध बादाम तेल की रोजाना मालिश कीजिए।
नहाने के बाद जब पांव गीले हों तो क्रीम का इस्तेमाल कीजिए, जिससे पांव पर नमी बरकरार रखने में मदद मिलेगी। फुट क्रीम से पांव की सर्कुलर मोशन में हल्के-हल्के मालिश कीजिए तथा इससे आपके पांव मुलायम बने रहेंगे और फटी एड़ियों की समस्या नहीं आएगी। पाव की समस्याओं के लिए शहद प्रकृतिक उपचार माना जाता है। शहद में एंटी बैक्टिरियल व एंटी माइक्रोबियल गुण होते हैं, जो फटी एड़ियों को साफ करके इनका प्रकृतिक उपचार कर सकते हैं।
आपकी रसोई में भी फटी एड़ियों का प्रकृतिक ईलाज उपलब्ध है। नींबू को काटकर इसका आधा भाग लेकर इसे चीनी में मिलाएं तथा इसे अपने एड़ियों पर आहिस्ता-आहिस्ता रगड़ें और बाद में एड़ियों को साफ ताजे पानी से धो लीजिए। इस प्रक्रिया को हफ्ते मे दो बार अपनाने से बेहतर सकारात्मक परिणाम मिलेंगे।
फटी एड़ियों के लिए नारियल तेल रामबाण की तरह काम करता है। नारियल तेल में विद्यमान एंटी इन्फलेमेटरी तथा एंटी माईक्रोबाईल गुण विद्यमान होते हैं। जिससे त्वचा की नमी बरकरार रखने में मदद मिलती है तथा नारियल तेल को सूखी त्वचा के उपचार के लिए सबसे बेहतर माना जाता है। नारियल तेल त्वचा में नमी बरकरार रखने के अलावा त्वचा की मृत कोशिकाओं को हटाने में भी मददगार साबित होता है। नारियल तेल को प्रतिदिन उपयोग में लाने से फटी एड़ियों की समस्या से बचा जा सकता है तथा यह पांव की बाहरी त्वचा के टिशू को मजबूत करता है, रात को सोने से पहले नारियल तेल से त्वचा की मालिश करने से सुबह आपके पांव कोमल तथा मुलायम बनकर उभरेंगे। यदि आप फटी एड़ियों की समस्या से जूझ रहे हैं तो दिन में दो बार नारियल तेल से अपने पांव की मालिश कीजिए।