इनमें से एक जगह को फाइनल करने की तैयारी की जा रही है जो नगरीय सीमा से लगी हुई है। यदि बैतूल में इंटर स्टेट बस टर्मिनल बनता है तो जिले के लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी। वहीं सीधे हाईवे से गुजरने वाली अंतरराज्यीय बसें भी बैतूल में रुक सकेगी। जमीन की तलाश करते विधायक और कलेक्टर।
अन्य राज्यों से आने वाली बसें भी टर्मिनल पर रुकेंगी
इंटर स्टेट बस टर्मिनल के बनने से एक बड़ा फायदा यह होगा कि अन्य राज्यों से आने वाली निजी बसे भी टर्मिनल पर रुक सकेंगी। जिसका फायदा लंबी दूरी की बसों में सफर करने वाले यात्रियों को मिलेगा। अन्य राज्यों के लिए बसों के माध्यम से भी लोग सफर करने लगेंगे। वर्तमान में बैतूल में कोठीबाजार में सिर्फ एक बस स्टैंड मौजूद हैं, जहां से करीब 250 के लगभग बसें जिले के विभिन्न क्षेत्रों सहित नागपुर, छिंदवाड़ा, जबलपुर, भोपाल, इंदौर के लिए चलती है। जबकि अन्य राज्यों से आने वाली बसें सीधे फोरलेन से बाहर निकल जाती है। ऐसी बसें भी बैतूल में रूके इसके लिए इंटर स्टेट बस टर्मिनल बनाया जाएगा। विधायक और कलेक्टर ने किया निरीक्षण
प्रदेश के अन्य जिलों में आईएसबीटी बनाए जा रहे। मैंने कमिश्नर से इस बारे में चर्चा की थी, जिसके बाद उन्होंने आईएसबीटी को लेकर जमीन की जानकारी मांगी है। सोमवार को मैं और कलेक्टर ने फोरलेन के पास आईएसबीटी के लिए तीन से चार लोकेशनों का निरीक्षण किया है। जमीन फाइनल होने के बाद प्रस्ताव बनाकर भेजा जाएगा। -हेमंत खंडेलवाल, विधायक बैतूल
जमीन फाइनल करने के जाएगा प्रस्ताव- कलेक्टर
इंटर स्टेट बस टर्मिनल बनाने के लिए विधायक के साथ जमीन देखन के लिए भ्रमण किया गया है। बस टर्मिनल बनाने के लिए करीब तीन हेक्टेयर जमीन की आवश्यकता है। हम लोगों ने तीन-चार लोकेशन देखी है। विधायक द्वारा जमीन को फाइनल किए जाने के बाद प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा जाएगा। -नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी, कलेक्टर
2 घंटे चला निरीक्षण
सोमवार को इंटर स्टेट बस टर्मिनल बनाने के लिए जमीन की तलाश करने विधायक हेमंत खंडेलवाल और कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी ने संयुक्त रूप से भ्रमण किया। फोरलेन से लगी तीन-चार जमीनों का निरीक्षण किया गया। करीब दो घंटे तक यह निरीक्षण चला। फोरलेन तितली चौराहे के पास भी एक जमीन की लोकेशन देखी गई है, जो शहरी सीमा से लगी हुई है। बताया गया कि शासन द्वारा प्रदेश के अन्य जिलों में आईएसबीटी बनाए जा रहे हैं। नर्मदापुरम कमिश्नर ने बैतूल में आईएसबीटी बनाए जाने के लिए कलेक्टर से जमीन के संबंध में जानकारी मांगी थी। जिसके चलते विधायक और कलेक्टर ने टर्मिनल बनाने के लिए भ्रमण कर जमीन का चयन किया है।
बनाए जाएंगे चार्जिंग स्टेशन
इलेक्ट्रिक वाहनों के युग में बैतूल में सार्वजनिक चार्जिंग स्टेशन की कमी अखर रही है। इससे दोपहिया से लेकर इलेक्ट्रिक ऑटो और कारें घरों में चार्ज हो रही हैं तो इलेक्ट्रिक बसें भी बैतूल नहीं पहुंच पा रही है। इंटर स्टेट बस टर्मिनल बने तो उसमें ई-चार्जिंग की सुविधाएं भी होनी चाहिए। एक अनुमान के अनुसार इस चार्जिंग स्टेशन के निर्माण में करीब ढाई से तीन करोड़ रुपए का खर्च आना संभावित है। सरकार इसे वहन कर सकती है। इस पर काम किया जाना चाहिए।
तीन हेक्टेयर जमीन की तलाश
इंटर स्टेट बस टर्मिनल के लिए प्रशासन द्वारा ऐसी जमीन की तलाश की जा रही हैं, जो शहरी सीमा से लगी हो। ताकि शहर में प्रवेश करने के लिए लोगों को लंबा सफर और ज्यादा पैसे खर्च न करना पड़े। आईएसबीटी के लिए करीब 3 हेक्टेयर जमीन की आवश्यकता लगेगी। इसके लिए प्रशासन ने तीन से चार अलग-अलग स्थलों का निरीक्षण भी किया है। बताया गया कि यदि इंटर स्टेट बस टर्मिनल बैतूल में बनता है तो इससे जिले में परिवहन सेवा का विस्तार होगा।