मिली जानकारी के अनुसार घटना 22 दिसम्बर की है। पीड़िता अपने घर की ओर जा रही थी इसी दौरान गांव के ही तीन लोगों ने उसका अपहरण कर लिया। उनमें से एक के पास हथियार भी था। उससे जान से मारने की कोशिश की और गैंगरेप किया। इस दौरान घर पर भी कोई नहीं था। सभी लोग अपने-अपने काम पर गए थे। शाम को जब वापस लौटे तो बच्ची घर पर रोती मिली। रात में पुलिस थाने जाकर केस दर्ज कराया गया। कामां पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी।
मामले की जांच कर रहे अधिकारियों ने बताया कि आरोपियों को अरेस्ट कर लिया गया है । शुक्रवार दोपहर आरोपियों को मौके पर ले जाकर नक्शा मौका कराया गया था। इस दौरान पीड़ित पक्ष के लोग भी मौके पर आ गए थे। शाम को किसी बात पर विवाद हो गया और उसके बाद पीडिता ने जहर खा लिया। परिजनों का आरोप है कि उस पर केस वापस लेने का दबाव बनाया गया। इस दौरान घर में रखी चूहे मारने की दवा खाकर जान देने की कोशिश की। पुलिस अधिकारियों को इस बारे में जानकारी दी गई है। उनका कहना है कि मामले की जांच की जा रही है।