देवीचरन सोमवार सुबह करीब 8:30 बजे खेड़ली से कठूमर जाने के लिए रोडवेज बस में सवार हुआ। लेकिन जानकारी के अभाव में वह नदबई की ओर जा रही रोडवेज बस में चढ़ गया। जब उसे रास्ते में नयावास गांव के पास गलती का अहसास हुआ, तो उसने बस रुकवाने और उतरने के लिए बस कंडक्टर घनश्याम से कहा।
यात्री देवीचरन ने बताया कि उसने कंडक्टर से बस रोकने को कहा, जिस पर कंडक्टर ने पहले किराया मांगा। देवीचरन ने 10 रुपये दे दिए, लेकिन टिकट देने की मांग करने पर कंडक्टर ने बहाना बनाया कि किराया 15 रुपये है, इसलिए वह टिकट नहीं देगा। देवीचरन ने उसे बाकी 5 रुपये देने की पेशकश भी की, लेकिन इससे कंडक्टर और भड़क गया। बात बढ़ने पर कंडक्टर ने देवीचरन के साथ गाली-गलौज की और उसके बाद थप्पड़ों, मुक्कों और लातों से मारपीट शुरू कर दी।
इतना ही नहीं, गुस्साए कंडक्टर ने देवीचरन को बस की खिड़की से दे मारा, जिससे उसके सिर और चेहरे पर गंभीर चोटें आईं और वह लहूलुहान हो गया। घायलावस्था में पीड़ित तुरंत स्थानीय अस्पताल में भर्ती हुआ और इलाज कराया। घायल यात्री की शिकायत पर नदबई थाना पुलिस ने आरोपी कंडक्टर घनश्याम के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
उधर, शाम को बस भरतपुर से वापसी लौटते समय रोडवेज कंडक्टर ने बस को थाने के सामने खड़ा कर दिया और बस में सवार यात्रियों की परेशानी को नहीं देखा और थाने मामले दर्ज कराने पहुंच गया। कंडक्टर घनश्याम सिंह ने भी यात्री देवीचरन के खिलाफ शाम को थाने पहुंचकर मामला दर्ज कराया है।
दर्ज मामले में बताया है कि यात्री देवीचरन सवारियों को टिकट काटते वक्त बाधा पहुंचाता रहा तथा गाली गलौच देने पर आमादा हो गया। जब नयावास बस स्टैण्ड पर कंडक्टर ने बस रूकवाने के लिए विसिल बजाई तो वाहन चालक मानवेन्द्र सिंह ने इमरजेंसी समझते हुए एक दम ब्रेक लगा दिए तो, यात्री का बैलेन्स बिगड़ने से अगली सीट के खंभे से उसकी कनपटी लगी और वह चोटिल हो गया। तब यात्री गाडी से नीचे उतर गया तथा पत्थर लेकर वाहन को क्षतिग्रस्त करने एवं कंडक्टर में पत्थर देने की धमकी देने लगा। कंडक्टर ने आरोप लगाया है कि यात्री ने एटीएम मशीन छिनाकर तोड दी तथा 1200 रुपए छीन लिए।
यात्री भरतपुर से खेड़ली की तरफ जा रहा था जिसने बताया कि नदबई में बस को खड़े-खड़े 40 मिनट हो गए पता नहीं बस कब तक चलेगी हमको बहुत दूर जाना है। –दिनेश, यात्री
में डहरा से बस में बैठा हूं। मुझे बीकरु तक जाना है बस को खड़े खड़े 40 मिनट से ज्यादा हो गए हैं। न तो कोई सूचना दी और बिना बताए बस को खड़ा किया है। सभी बच्चे परेशान हैं। पता नहीं बस कब चलेगी।