सरकार-प्रशासन से मांग, बदले में कोई अन्य जगह दें
हरमुख ने बताया कि उनका मकान जमीन रोड किनारे है, जिसका साइज 75 वर्गगज है। चार भाई हैं, जिनमें से दो भाइयों की शादी हो गई। चार भाइयों का परिवार इसी मकान में रहता है, लेकिन अब रोड को चौड़ा किया जा रहा है। हमारा पूरा मकान जा रहा है। भरतपुर नगर निगम प्रशासन ने रोड से 18 फीट तक मकान पर निशान लगा दिए हैं, जिसमें लगभग पूरा मकान जा रहा है। हमारे पास यही मकान है। इसके अलावा अन्य कोई मकान और जगह नहीं है। सभी भाई मजदूरी कर घर का पालन-पोषण कर रहे हैं। अब सरकार और प्रशासन से यही मांग है कि इसके बदले में हमें अन्य कोई जगह दी जाए, जिससे हम अपने लिए रहने का प्रबंध कर सकें।रोड किनारे सैकड़ों मकान तोड़े जाएंगे
कच्चा कुंडा निवासी अन्य महिला और पुरुषों ने बताया कि रोड किनारे सैकड़ों मकान तोड़े जाएंगे, जिनमें अधिकतर मजदूर हैं, जब से मकानों पर निशान लगाए गए हैं, तब से वह काम पर नहीं जा रहे हैं। इन लोगों ने सरकार और प्रशासन से मांग की है कि उन्हें बेघर नहीं किया जाए। उन्हें रहने के लिए मकान दिया जाए।अजमेर में भाई ने अपनी बहन संग की शादी, परिवार-समाज खफा, गांव में तनाव, जानें फिर क्या हुआ
यहां कई पीढ़ी से रह रहे हैं हम
हम यहां कई पीढ़ी से रह रहे हैं। नगर निगम की ओर से 27 फीट पर निशान लगा दिया है। मकान पूरा जा रहा है। अब हम कहां पर अपने परिवार को लेकर रहेंगे।धीरेन्द्र गुर्जर, कच्चा कुंडा निवासी

अब रहने की हो रही है समस्या
40 फीट के पूरे मकान पर नगर निगम की ओर से निशान लगा दिए हैं। पुत्र छोले-भटूरे की ढकेल लगाते हैं। अब परिवार को रहने की समस्या हो रही है।नत्थो देवी, निवासी कच्चा कुंडा
11 दिसबर को 2 बेटियों की शादी कैसे होगी?
तीन भाईयों का परिवार तीन मंजिला मकान में रहता है। पूरे मकान में 29 फीट पर लाल निशान के अंदर में आ रहा है। 11 दिसबर को 2 बेटियों की शादी कैसे होगी, जब सिर छिपाने को जगह नहीं होगी तो शादी कैसे होगी।मीरा, निवासी कच्चा कुंडा

अब हमारी नींद हराम हो गई है
प्रशासन की ओर से तो लाल निशान लगा दिए हैं। अब हमारी नींद हराम हो गई है। मकान में 12 जने रह रहे हैं। नवबर में बेटी की शादी है। मकान टूटने की सूचना पर एक बहू घर से पीहर चली गई। घर में खाना तक नहीं बन रहा है।बीना, निवासी कच्चा कुंडा
करीब 50-60 घरों पर लगाए हैं लाल निशान
अभी करीब 50-60 घरों पर लाल निशान लगाए हैं। इसके बाद नोटिस दिया जाएगा, जो मकान में रह रहे हैं, उनसे मकान का टाइटल मांगा जाएगा। यदि उनके पास टाईटल, पट्टा है तो उनको अन्य जगह जमीन देने की कार्रवाई की जाएगी या मुआवजा दिया जाएगा। यदि किसी ने एग्रीकल्चर लैंड पर किसी तरह का टाइटल नहीं है तो उनका अतिक्रमण तोड़ा जाएगा।श्रवण कुमार, आयुक्त नगर निगम भरतपुर