ISI Spy Qasim Arrested: दिल्ली की स्पेशल सेल ने डीग जिले के मेवात में पहाड़ी के गांव गंगौरा के कासिम को पाकिस्तान को गोपनीय सूचनाएं देने के मामले में पकड़ा है। साथ ही कासिम के बड़े भाई हसीन को चंदा का वास बनेनी थाना नगर से दिल्ली की स्पेशल सेल ने गिरफ्तार कर लिया है। वह बहन के यहां छिपा हुआ था। कासिम दो साल के अंदर 90 दिन की जासूसी की ट्रेनिंग पाकिस्तान में ले चुका है। वह पाकिस्तानी अफसर दानिस के भी संपर्क में था। कासिम के दो भाई अभी फरार है।
स्पेशल सेल ने हरियाणा के दो गांवों में उनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश भी दी है। ज्ञात रहे कि 23 मई को सीआईडी सीबी ने कासिम को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। जहां से उसे 29 मई को छोड़ दिया। बुधवार को दिल्ली स्पेशल सेल ने पहाड़ी पुलिस के साथ कासिम को उसके गांव से हिरासत में लिया। इसमें पूछताछ में सामने आया है कि कासिम ने दो बार पाकिस्तान जाकर आईएसआई से ट्रेनिंग भी ली थी। वह फोन व यूट्यूब चैनलों के जरिए पाकिस्तान को अपने देश की खुफिया जानकारी देता था।
कासिम के भाई हसीन के भी जासूस होने की आशंका है। फिलहाल कासिम का चचेरे भाई गांव से फरार है। उनकी तलाश स्पेशल टीम कर रही है। दिल्ली स्पेशल सेल को पूछताछ में कासिम से अहम जानकारियां मिली हैं। सेल आरोपी के नेटवर्क के बारे में पता लगा रही है कि जासूसी कांड में कासिम के कौन-कौन साथी जासूसी कर रहे हैं। इसको लेकर दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल मेवात में सर्च करने में जुटी है। शुक्रवार को भी स्पेशल सेल पहाड़ी थाने पहुंची और इनपुट इकठ्ठा किया। कासिम के विरुद्ध दिल्ली स्पेशल सेल में पूर्व में ही मामला दर्ज था। जिसके बाद सेल इसके विरुद्ध इनपुट इकठ्ठा करने लगी हुई थी। इनपुट इकठ्ठा होते ही कासिम को धर दबोचा।
23 मई को कासिम (32) निवासी गंगौरा को जयपुर सीआईडी-सीबी अपने साथ जयपुर ले गई थी। इस दोनों एजेंसियों ने कासिम से चार दिन तक पूछताछ की। इसके बाद कासिम को 27 मई को छोड़ दिया गया। 28 मई को कासिम को दिल्ली स्पेशल सेल ने पहाड़ी पुलिस के साथ गंगौरा से दोबारा हिरासत में लिया। कासिम से दो दिन पूछताछ के बाद सामने आया कि वह पाकिस्तानी जासूस है और जो कि पाकिस्तानी आतंकवाद का नेटवर्क चलाने वाली एजेंसी आईएसआई के संपर्क में था। वह अगस्त 2024 और 2025 में ईद के त्यौहार के दौरान दो बार पाकिस्तान बीजा लेकर गया था। जहां आतंकवादी संगठन आईएसआई से ट्रेनिंग लेकर आया था। 2025 में वह करीब 90 दिन तक पाकिस्तान में रहा। उसने आईएसआई एजेंटों से जासूसी की ट्रेनिंग ली। आरोपी घंटों तक पाकिस्तान में फोन पर बात किया करता था। पाकिस्तान में उनकी रिश्तेदारी भी है।
संदिग्धों को उपलब्ध कराईं सिम
दिल्ली स्पेशल सेल की ओर से की गई पूछताछ में यह सामने आया है कि कासिम ने दिल्ली एनसीआर में कुछ लोगों को सिम भी मुहैया करवाई थी। ताकि उन सिम के जरिए वह पीआईओ इंटेलिजेंस से जुड़ सके और भारत की खुफिया जानकारियां पाकिस्तान तक पहुंचा सके। कासिम के भतीजे शोएब ने बताया था कि उसका चाचा कासिम गंगौरा गांव में रहकर झाड़ फूंक का काम करता था। कासिम शादीशुदा है उसके तीन बच्चे हैं।
पूरे परिवार का रेकॉर्ड खंगाल रही टीम
दिल्ली स्पेशल टीम की पूछताछ में कासिम के भाई के भी आईएसआई के संपर्क में होने की आशंका है। हालांकि यह साफ नहीं हुआ है। कासिम का बड़ा भाई हसीन, उसके चचेरे भाई अफजल और इस्तियाक की टीम जांच रही है। कासिम का बड़ा भाई हसीन मजदूरी करता है। वहीं कासिम के चाचा का लडक़ा अफजल नवजी हकीम है और गंगौरा गांव में बच्चों को पढ़ाने के लिए मदरसा बना रहा है। अफजल ने सोशल मीडिया पर मदरसा बनाने के लिए एक विज्ञापन भी डाला है। इसमें वह मदरसा बनाने के लिए मदद मांग रहा है। फिलहाल कासिम के तीनों भाई फरार हैं। इस्तियाक कासिम के साथ रहता था।
तिहाड़ जेल जा चुका कासिम
कासिम के घर के बाहर सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं वहीं ग्रामीणों ने बताया की कासिम का परिवार करीब 10 वर्ष पूर्व दिल्ली में रहता था। उसी दौरान अपहरण के मामले में कासिम तिहाड़ जेल में भी सजा काट चुका है।