आखिर क्यों बार-बार चुनाव स्थगित किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया के तहत जब एक पद रिक्त होता है तो नियमानुसार चुनाव होना चाहिए, लेकिन सरकार जान-बूझकर चुनाव को टाल रही है। पहले मार्च 2024, फिर जून 2024 और अब जनवरी 2025 में भी चुनाव स्थगित कर दिया गया है। रश्मि ने राज्य निर्वाचन आयोग की भूमिका पर भी सवाल उठाए हैं।
उन्होंने कहा कि हम सरकार से ही नहीं, बल्कि निर्वाचन आयोग से भी इस तरह की उम्मीद नहीं करते हैं। क्या निर्वाचन आयोग का अस्तित्व इतना कमजोर हो गया है। उन्होंने कहा कि जनता को उसके अधिकारों से वंचित करना लोकतंत्र का खुला अपमान है।
उन्होंने सरकार से तुरंत इस फैसले पर पुनर्विचार करने की मांग करते हुए निर्वाचन आयोग से निष्पक्षता बनाए रखने की अपील की। रश्मि ने जनता से इस अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने का आह्वान करते हुए कहा कि लोकतंत्र की रक्षा के लिए सभी को एकजुट होना पड़ेगा।