इससे पहले माता का निधन भी 3 माह पहले बीमारी के चलते हो गया था। तीन बहनों में सबसे छोटी शिवानी पर परीक्षा से पहले ही दुखों का पहाड़ टूट पड़ा था, लेकिन विषम परिस्थितियों में भी शिवानी ने हौसला बनाए रखा और परीक्षा में सफलता प्राप्त की। पिता परीक्षा से एक सप्ताह पहले दुर्घटना के चलते काल के गाल में समा गए थे। ऐसी परिस्थिति के बीच भी शिवानी ने अध्ययन किया और 95 प्रतिशत अंक प्राप्त किए।
शिवानी ने भूगोल में 99, हिंदी साहित्य में 95, पॉलिटिकल साइंस में 95, इंग्लिश में 93, हिंदी कंपलसरी में 90 एवं हिन्दी साहित्य में 95 अंक प्राप्त किए हैं। टेक्नोलॉजी पार्क के निदेशक डॉ. आलोक शर्मा ने बताया कि छात्रा की मां की मौत कैंसर से तीन माह पहले ही हुई थी।
हेडमास्टर त्रिलोक उपमन ने बताया कि छात्रा पिता के निधन से टूट गई थी। इस पर लगातार छात्रा को घर जाकर उत्साहित किया और उसका हौसला बढ़ाया। छात्रा का सेवर जाटव मोहल्ले में ढोल-नगाड़ों से स्वागत किया।