भरतपुर। होली पर ब्रज क्षेत्र में अलग हटकर नजारे देखने को मिलते हैं। ऐसा ही नजारा भरतपुर जिले के भुसावर कस्बे में देखने को मिलता है। जहां अनोखी बारात निकाली गई। कहा जाता है कि होली पर दूल्हे बने युवक की अगले साल तक शादी हो जाती है। ऐसे में यह परंपरा 250 सालों से चली आ रही है।
भुसावर निवासी बुजुर्ग कुंजीलाल शर्मा, टिल्लाराम पंजाबी, पंडित राघवेंद्र, कोठी वाले हनुमान मंदिर के सेवक महेश चन्द जती ने बताया कि जिस युवक की शादी में अड़चन आ रही है या शादी नहीं हो पा रही है। उसे ग्रामीणों की सर्वसम्मति से एक युवक को होली का दूल्हा बनाकर खिरखारी भगत राज से गधा या ऊंट पर बिठाकर सिर पर मटकी में होली की अग्नि प्रज्वलित कर कस्बे के मुख्य मार्गों से बैंडबाजे के साथ बारात निकाली जाती है।
निकाली अनोखी बारात
होली के दिन भी ऐसी ही अनोखी बारात निकाली गई। इस दौरान दूल्हे बने युवक को गिलूरी व बलूरी की माला धारण कराई। इसके बाद उसे ऊंट पर बिठाकर सिर पर मटकी में होली की अग्नि प्रज्वलित कर मुख्य मार्गों से बारात निकाली गई।
लोगों ने ऐसे किया बारात का स्वागत
होली का दूल्हा बने युवक की बारात में रंग बिरंगे बाराती हाथों में चप्पल, रंग व गुलाल उडाते हुए नाचते गाते और जयघोष लगाकर चलते रहे। होली की बारात का लोगों घरों की छत पर चढ़कर गुलाल व पुष्प वर्षा से स्वागत किया।
दूल्हे बने युवक ने मंदिर के मुख्य गेट पर मारा तोरण
होली की बारात कस्बे के ऊपरला बाजार, पुरानी सब्जी मंडी, बस स्टैंड, अस्पताल सड़क मार्ग, कानूनगौ मोहल्ला होते हुए जैन गली स्थित जैन मंदिर पर पहुंचती। जहां दूल्हे बने युवक ने मंदिर के मुख्य गेट पर तोरण मारा। यहां शगुन के तौर पर दूल्हे बने युवक की चप्पलों से पिटाई की गई। इसके बाद बिना दुल्हन व बिना फेरों के होली की बारात अपने घर को विदा हो गई। ऐसी परंपरा है कि इस बार दूल्हे बने युवक की अगले साल तक शादी हो जाएगी।