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Swami Atmanand Admission 2025: स्वामी आत्मानंद स्कूल में आज से आवेदन शुरू, 5 मई तक भरे जाएंगे फॉर्म, जल्दी करें.. भिलाई के दीपक नगर, फरीद नगर, बालाजी नगर और सेक्टर-6 सेजेस में सबसे अधिक आवेदन आते हैं। सेजेस के यह आवेदन कक्षा पहली के लिए होंगे, जिसमें निर्धारित समय तक ऑनलाइन प्रोसेस करने को कहा गया है। हर साल दुर्ग जिले की आत्मानंद स्कूलों में प्रवेश के लिए पालकों को काफी जद्दोजहद करना पड़ता है। डीपीआई ने कहा है कि, किसी स्कूल में सीटों से ज्यादा फॉर्म आएंगे, तो मई के दूसरे हते में लॉटरी होगी। डीपीआई ने आवेदन में सही जानकारी भरने और दस्तावेज वेरीफाई रखने की सलाह दी है।
करना होगा ऑनलाइन आवेदन आत्मानंद हिंदी और अंग्रेजी दोनों ही माध्यम स्कूलों में प्रवेश के लिए आवेदन ऑनलाइन होंगे। पालकों को
https//cgschool.in पर जाना होगा। यहां एडमिशन फार्म का बटन दिखेगा। उस पर क्लिक करने के बाद अप्लाई पर क्लिक करते ही ऑनलाइन आवेदन कर पाएंगे। कक्षा 6वीं और 9वीं में एडमिशन के लिए एडमिन कमेटी फैसला लेगी। बड़ी कक्षाओं में सीट रिक्त होने की स्थिति में प्रवेश मिलेगा। अभी एडमिशन कक्षा पहली के लिए शुरू हो गए हैं, आवेदन करते समय बच्चे की उम्र 5.5 से 6.5 साल के बीच हो।
होनी चाहिए। उम्र का आधार 31 मई 2025 होगा। इससे कम या ज्यादा उम्र होने पर फॉर्म रिजेक्ट हो सकता है। इसके लिए अपने संबंधित आत्मानंद स्कूल प्रबंधन से संपर्क करना होगा। आत्मानंद स्कूलों में क्या है खास
दुर्ग जिले की स्वामी आत्मानंद स्कूलों का रिजल्ट पिछले कुछ वर्षों में बढ़िया रहा है। ऐसे पालक जो निजी अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में अपने बच्चों का दाखिला नहीं करा पाते, उनके लिए सेजेस सबसे अच्छा विकल्प माना जाता है। हाईटेक भवनों के साथ शानदार सुविधाएं उपलब्ध होती हैं। सेजेस पूरी तरह से फ्री है। स्कूल में स्मार्ट क्लास, कंप्यूटर लैब, लाइब्रेरी जैसी सुविधाएं शासन स्तर पर दी गई हैं। यहां मौजूद शिक्षक भी हाईली क्वालिफाइड हैं, जो बच्चों को अच्छी तरह तराशेंगे।
अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में पहली क्लास में करीब 50 सीटें होती हैं। जिले में करीब 2600 सीटें हैं। इसके अलावा जिन क्लासेस में सीट खाली होंगी, उनके लिए भी एडमिशन लिया जाएगा। हिंदी मीडियम स्कूलों में बैठक क्षमता के हिसाब से एडमिशन होते हैं, वहां सीटें फिक्स नहीं रखी गई है। आवेदन करते समय याल रखें कि पोर्टल पर एक बार में एक ही स्कूल का आवेदन भरें। डीपीआई ने कहा है कि, महतारी दुलार योजना के तहत कोरोना काल में अनाथ हुए बच्चों को आत्मानंद स्कूलों में प्राथमिकता से प्रवेश दिया जाएगा।