CG News: स्कूल में किया गया काउसिलिंग
अतिशेष शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण के लिए खालसा स्कूल में काउसिलिंग का आयोजन किया गया था। इसके लिए शिक्षकों को सुबह 10 बजे बुलाया गया था।जैसे ही काउसिलिंग की प्रक्रिया शुरू कराने अफसर पहुंचे शिक्षक और उनके संगठन के नेतओं ने अतिशेष शिक्षकों की सूची में कथित गड़बड़ियों को लेकर हंगामा शुरू कर दिया गया। जिला शिक्षा कार्यालय द्वारा न सिर्फ अतिशेष शिक्षकों की सूची काफी विलंब से जारी किया गया, बल्कि समय पर रिक्त पदों की भी जानकारी नहीं दी गई थी, इससे जिला प्रशासन को हंगामे की आशंका पहले से ही थी। लिहाजा शिक्षकों के हंगामे की खबर लगते हुए जिला प्रशासन के अधिकारी दल-बल के साथ मौके पर पहुंच गए। अफसरों ने पहले शिक्षकों को रोकने का प्रयास किया, इससे दोनों ओर से जमकर तनातनी भी हुई। अंतत: शिक्षकों की ओर से गड़बड़ियों की सूची रखकर सुधार की मांग की गई। इस पर अफसरों ने सुधार के साथ ही काउसिलिंग कराने का प्रस्ताव रखा। इसके बाद सूची में सुधार और काउसिलिंग की प्रक्रिया साथ-साथ शुरू की गई।
गड़बड़ी पर होगी कठोर कार्रवाई
शिक्षकों द्वारा बताए गए बिन्दुओं में सुधार के साथ प्रशासन की ओर से अफसरों ने आगे की प्रक्रिया में गड़बड़ी पाए जाने पर संबंधितों के खिलाफ कठोर कार्रवाई का भी भरोसा दिलाया। मौके पर मौजूद डीईओ अरविंद मिश्रा ने पूर्व माध्यमिक विद्यालय, हाई स्कूल और हायर सेकंडरी की रिक्त पदों की जानकारी समय से पहले सार्वजनिक करने का भरोसा दिलाया।
चहेतों को उपकृत करने सूची में गड़बड़ी
काउसिलिंग में विरोध दर्ज करा रहे शिक्षकों ने आरोप लगाया कि अतिशेष शिक्षकों की सूची में चहेतों को उपकृत करने व्यापक गड़बड़ी की गई है। इसमें विषय बदलकर चहेतों को अतिशेष की सूची से बचाए जाने, दर्ज संया को बढ़ाकर अतिशेष होने से बचाने, दर्ज संया को घटाकर कई शिक्षकों को प्रताड़ना की नीयत से अतिशेष सूची में डाले जाने, चहेतों को लाभ पहुंचाने कनिष्ठ को वरिष्ठ बताए जाने व वरिष्ठ को कनिष्ठ बताए जाने जैसी शिकायतें शामिल थे।
मौके पर ही सूची सुधारते रहे अफसर
शिक्षकों द्वारा गिनाए गई गड़बड़ियों जिला प्रशासन के अफसरों ने गंभीरता से लिया और मौके पर ही संबंधित अफसरों को गिनाए गए बिन्दुओं पर पड़ताल करने और सूची में सुधार के निर्देश दिए। इसके बाद अफसर पूरे दिन सूची में सुधार करते रहे। सूची में सुधार के साथ काउंसिलिंग की प्रक्रिया भी चलती रही। सुधार के कारण दोपहर 2 तक की प्रक्रिया शाम 5 बजे तक चलती रही।
काउंसिलिंग की प्रक्रिया में भी गड़बड़ी
हालांकि शिक्षकों के हंगामे के बाद अतिशेष की सूची की गड़बड़ियों में सुधार शुरू किया गया, लेकिन इसके बाद भी काउंसिलिंग की प्रक्रिया में जमकर गड़बड़ी की शिकायत है। शिक्षकों का कहना है कि काउंसलिंग में प्राथमिकता का आधार दो वर्ष की सेवा शेष को प्रथम क्रम में अवसर देकर इसके बाद अन्य को बुलाने का प्रावधान है, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। वहीं गंभीर बीमारी, 90 प्रतिशत तक की विकलांगता, पति-पत्नी प्रकरणों को प्राथमिकता नहीं दिया गया।