Fraud News: जानिए कैसे किसानों को झांसा दिया
किसान गजेन्द्र कुमार पटेल ने बताया कि ग्राम परसबोड़ निवासी महिला एजेंट मधु पटेल ने किसानों से संपर्क किया। उसने झांसा दिया कि शासन की पशु पालन एवं दुग्ध व्यवसाय योजना के तहत व्यवसाय करने के लिए सब्सिडी पर लोन दिया जा रहा है। एचडीएफसी बैंक धमधा शाखा के कर्मचारी विकास सोनी और महादेव पटेल से उसके परिचित हैं। लोन पर 40 प्रतिशत सब्सिडी मिलेगी। मात्र 5 साल तक किस्त जमा करनी होगी। ब्याज सिर्फ छह माह ही देना पड़ेगा। झांसे में आकर किसानों ने 4 लाख से 10 लाख रुपए तक लोन ले लिया। ग्राम देवारभाठ, धरमपुरा, कोनका, सोनेसार, सिरना भाठा, देवरी, अगार, राहटादाह, परसकोल, पेंड्री, सिल्ली, परसुली, भरनी, धमधा, घोंठा, परोड़ा समेत आसपास के गांव से 166 किसानों ने लोन लिया है।
बैंक कर्मचारी और एजेंट ने किया छल
किसान करन देशलहरे की पत्नी अनुसुइया बाई देशलहरे ने बताया कि एचडीएफसी बैंक से लोन पास हो गया। एजेंट और बैंक कर्मचारी ने मिलीभगत कर 4 लाख से 10 लाख रुपए तक राशि किसानों के खाते में ट्रांसफर करा दी। रुपए आते ही एजेंट मधु पटेल ने सभी को बुलाकर 70 हजार से 4 लाख रुपए तक कमीशन लिया यह कहकर कि बैक कर्मचारी विकास सोनी और महादेव पटेल को देना पड़ेगा।
थाना प्रभारी ने कहा जांच की गई है एफआईआर होगी
धमधा थाना के तत्कालीन टीआई पीलूराम चंद्रा ने बताया कि आईजी ऑफिस से मिली शिकायत के आधार पर जांच की गई है। इसमें बैंक की लापरवाही सामने आई है। कर्मचारी विकास सोनी और एजेंट मधु पटेल से पूछताछ की गई थी। अब मेरा ट्रांसफर हो गया है। इस मामले में बैंक से दस्तावेज भी मांगे गए थे, लेकिन उन्होंने उपलब्ध नहीं कराए। इस मामले में एफआईआर दर्ज होगी, नए प्रभारी को बता दिया गया है। धमधा थाना प्रभारी युवराज साहू ने कहा कि मैंने अभी नया चार्ज लिया है। किसानों ने शिकायत की है। मामले की जांच की जा रही है। बैंक से दस्तावेज मंगा लिए गए हैं। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
एसडीएफसी बैंक के शाखा प्रबंधक बी.ईश्वर राव ने कहा कि मैं इस बारे में मीडिया से बात करने के लिए सक्षम अधिकारी नहीं हूं। मुझे सिर्फ यह जानकारी मिली है कि इस मामले में किसानों ने धमधा थाना में शिकायत कर एफआईआर दर्ज कराई है। इस संबंध में बैंक की तरफ से मैं कुछ नहीं बोल सकता हूं। आपको हमारे लीगल एडवाइजर हैं, उनसे बात करनी होगी।