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World Homeopathy Day 2025: इलाज के प्रति सोच में बड़ा बदलाव, कोरोना के बाद एलोपैथी की दवाओं को छोड़ होम्योपैथी की ओर बढ़ रहे लोग इसके साथ ही उनके हृदय के वाल्व में खराबी थी। तत्काल उन्हें अस्थायी पेसमेकर लगाकर पहले हृदय गति को संभाला गया। दो तीन दिन में ही
महिला की हालत में सुधार आ गया। डॉ असलम ने बताया कि बीते शनिवार को 60 वर्षीय माधुरी (परिवर्तित नाम) को सेकण्ड ओपीनियन के लिए हाइटेक लाया गया। जांच करने पर पता चला कि उसे बीटा ब्लॉकर मेडिसिन दी जा रही थी। वह भी स्वस्थ है।
इस दवा के कारण धड़कनें सामान्य से कम हो जाती हैं. तत्काल इस दवा को बंद कर धड़कनों को बढ़ाने की दवा प्रेस्₹ाइब की गई। तीन दिन बाद आज महिला की स्थिति पूरी तरह सामान्य है।