आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष नरेश गोधा ने बताया कि साज संगीत के साथ भक्ति पूर्वक मंडल विधान का आयोजन से पूर्व इस मंदिर के निर्माण से लेकर अब तक उल्लेखनीय कार्य करने वालों का सम्मान किया गया। इनमें स्व,घीसालाल जैन, स्व.मदनलाल गदिया, स्व. ज्ञानमलचांदमल लुहाड़िया, डॉ. आईएल जैन, मिश्रीलाल अग्रवाल, प्रहलाद कुमार जैन, प्रकाश चंद पहाडि़या, धर्मीचंद जैन, प्रेमचंद सेठी, टीकमचंदगदिया तथा शांतिलाल गदिया व उनके परिवार के सदस्यों का शॉल, माला पहनाकर व मंदिर की वेदी की तस्वीर देकर अभिनन्दन किया। विधान मंडल की पूजा पंडित संजय कासलीवाल के सानिध्य में हुई। पूजा में मुख्य भूमिका सौधर्म इंद्र संजय झांझरी, कुबेर इंद्र खेमराज कोठारी, महायज्ञ नायक नरेश गोधा, यज्ञ नायक सुभाष हुमड़, ईशान इंद्र राकेश पहाड़िया व ध्वजारोहण कर्ता राजेंद्र अजमेरा परिवार की रही।
इससे पूर्व सुबह 7 बजे से 108 रिद्धि मंत्रों से अभिषेक व शांतिधारा संजय-अमन झांझरी ने की। इसके अलावा महेंद्र -सुभाष सेठी, ओमचंद -अजय बाकलीवाल, प्रकाश चंद पहाडि़या, धर्मीचंद पाटनी, मिश्रीलाल अग्रवाल, राजकुमार-दिलीप गदिया, राजकुमार-दिलीप अजमेरा, राजकुमार-अजित अग्रवाल, मांणक चंद-दीपक सोनी, नेमीचंद-संतोष जैन, कैलाशचंद झांझरी ने शांतिधारा की। शाम को भक्तामर की आरती की गई।
सामूहिक भोज में नहीं छोड़ने दिया झूठा समाज का सामूहिक भोज अग्रवाल भवन में हुआ। इसमें किसी भी व्यक्ति को झूठा नहीं छोड़ने के लिए प्रेरित किया गया। वही आदिनाथ नवयुवक मंडल के सदस्य, महिला सदस्य व अन्य सदस्य डस्टबिन पर नजर रखे हुए थे कि कोई व्यक्ति झूठा न छोड़े।
श्रीजी की अगवानी आमलियों की बारी स्थित दिगंबर जैन मंदिर में स्थापित होने वाली पदमप्रभु व अभिनंदन भगवान की प्रतिमा रविवार शाम को आरके कॉलोनी जैन मंदिर पहुंची। यहां ट्रस्ट के सदस्यों व समाजगण ने भगवान की बैंड बाजों के साथ अगवानी की। भक्ति भाव से प्रतिमाओं को वेदी में विराजमान किया। यह दोनो प्रतिमा आचार्य वर्धमान सागर महाराज के द्वारा प्रतिष्ठित की गई है।