ग्रामीणों ने ज्ञापन में बताया कि नया नगर की सरकारी भूमि खसरा नंबर 124 में करीब 100 बीघा जमीन है। इसमें से 5 बीघा हिस्से में नागपाल व उसके साथी पिछले दो माह से सैंड स्टोन का अवैध खनन कर रहे हैं। यह सरकारी जमीन किसी लीजधारक के पास होने से खनिज विभाग भी कुछ नहीं कर पा रहा है। इसका ग्रामीणों ने विरोध किया तो खनन माफिया ने ग्रामीणों का डराया-धमकाया।
ग्रामीणों का कहना है कि अवैध खनन की शिकायत उपखण्ड अधिकारी, तहसीलदार और8 खनिज विभाग को कई बार की गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। जबकि 3 साल पूर्व इसी सरकारी भूमि में खनिज विभाग ने अवैध खनन का पंचनामा बनाया था। नयानगर की सरकारी भूमि में खनन नियमों को ताक में रख कर काफी गहराई तक किया जा रहा है। खनन माफिया को राजनीतिक संरक्षण होने के कारण पुलिस ओर प्रशासन कार्रवाई करने से कतरा रहा है। ज्ञापन देने के दौरान मोहनीदेवी भील, नंदूदेवी भील, गुलाबी देवी भील, प्रेम देवी भील व लादी बाई भील शामिल थी।